ब्यूरो चीफ मुकेश अम्बे


प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी तीर्थ नगरी नागलवाड़ी धाम में श्री भिलट देव का पावन पर्व नाग दिवाली बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाई जावेगी ।
शिखर धाम के मुख्य पुजारी श्री राजेंद्र बाबा ने कहा की
नाग दिवाली मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है. इस दिन नागों की विशेष पूजा का खास महत्व है. इस साल यह तिथि देव दिवाली से बीस दिन बाद 28 नवंबर 2022 सोमवार को नाग दिवाली पड़ रही है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार नागों को पाताललोक का स्वामी माना गया है. नाग दीपावली पर उनके पूजन का विशेष महत्व है.
जैसे राम भगवान लंका को जीत कर अयोध्या लोटे थे उसी प्रकार भगवान भगवान भिलट देव जी बंगाल की तांत्रिक शक्तियों पर विजय प्राप्त कर मध्यप्रदेश की धरा बड़वानी जिले के ग्राम नागलवाड़ी में आए थे उसी दिन से नाग दिवाली ग्राम के मनाई जाती है ।
भिलट देव का विशेष चोला श्रंगार भी किया जायेगा।
अंकुट भंडारा दोपहर 12 बजे सोमवार से नागलवाड़ी भिलट मंदिर प्रांगण में सुरु किया जवेगा।
सोमवार को शाम 6 बजे से
भिलट देव की भव्य शोभायात्रा एवं समारोह ,नगर भ्रमण कर आतिशबाजी के साथ निकाली जावेगी , जिसमें महाकाल ग्रुप उज्जैन ,ललिता कला मंडल इंदौर द्वारा आकर्षण प्रस्तुतियां भी चलित झाकी द्वारा दी जावेगी ।
इस मौके पर घरों में रंगोली बनाकर नाग के प्रतीक के सामने दीपक लगाने से मनोवांछित मिलते हैं. मान्यता है कि नाग देवता के पूजन से जीवन की सभी समस्याओं का समाधान होता है. इनका कुंडली के कालसर्प दोष का पूरी तरह निवारण कर देता है. साथ ही जीवन में आ रही दुविधाओं का समाधान मिलता है।
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