



covid-19 स्वास्थ्य सेवा संगठन एवं एम पी फार्मासिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर में भोपाल में किया धरना प्रदर्शन।
प्रदेश में कोरोना काल में अस्थाई मानव संसाधन के तौर पर मध्य प्रदेश सरकार ने फार्मासिस्ट आयुष डॉक्टर नर्स एएनएम वार्ड बॉय लैब टेक्नीशियन पैरामेडिकल स्टाफ सहित लगभग 6000 लोगों की भर्ती की थी संगठन के अध्यक्ष जितेंद्र कुशवाहा के अनुसार जब प्रदेश के लगभग सभी स्थाई स्वास्थ्य कर्मचारीयों ने भी कोविड काल में कार्य करने से मना कर दिया था तब यह लोग सरकार के आह्वान पर कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे थे किंतु उसके बाद इनकी छटनी करना शुरू हो गई और अंततः सभी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
अपनी मांगों को लेकर प्रदेश के सभी जिलों में विधायक मंत्रियों को ज्ञापन देते हुए आज भोपाल के इकबाल मैदान में धरना प्रदर्शन किया तो वहां पर पुलिस प्रशासन पहुंच गया और उन्होंने धरना प्रदर्शन पर एकत्रित हुए सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को वहां से उठने के लिए विवश किया और बताया कि अभी विधानसभा के चलते धारा 144 लगी हुई है एडिशनल एसपी ने सभी लोगो को कहा सभी लोग तुरंत जगह को खाली कर दें इस वजह से सभी स्वास्थ्य कर्मियों एवं पुलिस के बीच विवाद की स्थिति भी बन गई थी उसके उपरांत पुलिस प्रशासन के साथ कुछ लोगों को स्वास्थ्य मंत्री एवं सीएम हाउस ले जाकर ज्ञापन दिलवाए गए।
एमपी फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अमित ठाकुर ने कहा है कि वक्त निकल जाने पर फार्मासिस्ट एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्य कर्मियों को सरकार इस तरह से बाहर का रास्ता नहीं दिखा सकती इन सभी ने सरकार का बुरे समय पर साथ दिया था तो मानवता के नाते सभी की संविदा नियुक्ति होनी चाहिए।
संवाददाता
राजवीर त्यागी
भोपाल
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