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October 2025
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October 19, 2025

सच दिखाने की हिम्मत

मनीष ऋषीश्वर रिपोर्टर

शिवराज सरकार के सुशासन की खुली पोल,
भिंड जिले के मौ अस्पताल में डॉक्टर मिले नदारद,
गंभीर घायल व्यक्ति को घण्टों तड़पने के बाद नसीब हुआ दर्द का इंजेक्शन,
जब कोई सामने नहीं आया तो एम्बुलेंस चालक ने ही पट्टी कर तड़पते हुए व्यक्ति ले गया ग्वालियर।

एंकर – भिंड जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था के बदहाल इंतजामों की तस्वीर सामने आई है मामला मौ तहसील का है जहां पर घायल व्यक्ति को समय पर उपचार न मिलने का है,जब घायल अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टर साहब अस्पताल में उपस्थित नहीं थे हद तो तब हो गयी जब नर्सिंग स्टाफ ने तड़पते हुए घायल को प्राथमिक उपचार देने से भी मना कर दिया तब एम्बुलेंस एमटी शैलेंद्र सिंह एवं चालक ने पट्टी कर ग्वालियर इलाज के लिए एम्बुलेंस रवाना की।

दरअसल मौ थाना अंतर्गत अमायन मोड़ पर एक स्विफ्ट डिजायर ने मोटरसाइकिल को टक्कर मारते हुए बाइक सवार चालक को बेरहमी से रौंद दिया जिससे उसको गंभीर चोटें आईं है,मौके पर से लोगों ने आनन फानन में एम्बुलेंस को बुलवाया और वहां से घायल को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र मौ भेजा जहां अस्पताल के इंतजाम भी भगवान भरोशे मिले मौके पर घायलों को उपचार देने के लिए कोई डॉक्टर नर्स उपलब्ध ही नही था काफी हंगामे के बाद वहां नर्सिंग स्टाफ पहुँचा और दर्द का इंजेक्शन लगाया और एम्बुलेंस चालक ने पट्टी करके घायल को एम्बुलेंस में दुबारा लिटाया और ग्वालियर के लिए रवाना हो गया जहाँ घायल की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है,पूरे मामले पर जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी यू.पी. एस कुशवाह को फ़ोन किया तो उन्होंने समस्या सुने बिना ही खुद को लम्बी छुट्टी पर होना बताया,उधर प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी जितेंद्र राजपूत जो बीएमओ अटेर के रूप में पदस्थ हैं उनका नम्बर आउट ऑफ कवरेज एरिया जाता रहा।
सरकार भले ही कितने भी दावे करें कि वह स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को शुद्रण करने के लिए जगह-जगह अस्पताल खुलवा रही है लेकिन वहां पर पदस्थ डॉक्टर जब अपने कर्तव्य को भूल कर वहां पर अनुपस्थित रहे और मरीज इलाज के लिए तड़पता रहे ऐसे में सरकार के सुशासन पर सवाल उठना तो लाजमी है,अब देखने वाली बात होगी की मौ स्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थ लापरवाह डॉक्टर वासुदेव सिकारिया पर क्या कार्रवाई होती है या फिर हमेशा की तरह वही ढाक के तीन पात होंगे।

भिंड से मनीष ऋषीश्वर खास रिपोर्ट