स्थान मध्य प्रदेश लोकेशन रायसेन
नरेन्द्र राय ब्यूरो चीफ


स्लग भवन सामग्री के दाम महंगे होने से इस तरह अधूरे पड़े है मकान,पैसे खत्म, काम बंद वार्ड 11 के मनोज चौरसिया ने बताया कि एक लाख रुपए की पहली किस्त मिली थी। लोहा, सीमेंट, रेत, गिट्टी, ईंट के दाम इतने हैं कि थोड़ा बहुत ही सामान ले पाए। इसके बाद मजदूरों को मजदूरी व और सामान लाने के लिए पैसा नहीं है। इसलिए काम बंद करना पड़ा। इसी तरह सुखराम धाकड़ सरसस्वती देवी ने कहा कि बढती कमर तोड़ महंगाई का असर निर्माण सामग्री पर भी है। ऐसे में यह राशि नाकाफी साबित हो रही है। बाबू,वार्ड प्रभारी भी खर्चा पानी ले लेते हैं। ऐसे में पीएम आवास की राशि भी महंगाई के मान से बढ़ाई जाना चाहिए।
एंकर रायसेन।गरीबों के कच्चे घरों को पक्का करने के लिए 2016 में पीएम आवास योजना शुरू हुई थी। इसमें मकान बनाने 2.50 लाख रुपए दिए जाते हैं। गुजरते समय के साथ भवन निर्माण सामग्री के दाम बढ़ गए हैं, इस कारण इतनी राशि में घर बनाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में कई जगह काम बंद है तो कहीं निर्माण अधूरा है तो किसी ने सूदखोर से ब्याज से रुपए लेकर मकान बनाया है। अब उसे किस्त का इंतजार है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएम आवास योजना में हितग्राही को शहर में 2.50 लाख रुपए व गांवों में 1.20 लाख रुपए मिलते हैं। देश प्रदेश में इन दिनों तेजी से महंगाई बढ़ रही है। इस कारण इस राशि में तय आकार के मकान भी नहीं बन पा रहे हैं। बीते 6 साल में निर्माण सामग्री के दाम दोगुना हो गए हैं।
मटेरियल महंगा: निर्माण में लगने वाली सामग्री महंगी हो गई है। वहीं मजदूरी का ठेका 1400 रुपए स्क्वेयर फीट चल रहा है। दो साल पहले इसके रेट 1100 रुपए थे। ईंट 13500 रुपए, सीमेंट 350 रुपए बोरी, लोहा 6100 से 6300 तक, गिट्टी प्रति ट्राली 2800 रुपए और रेत 16000 रुपए डंपर में मिल रही है। सामग्री विक्रेता मोंटी टूटेजा ने कहा कि वर्ष 2016 के बाद निर्माण सामग्रियों की मांग बढ़ने के साथ ही भाव भी दोगुना हो गए।
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