यूनानी पद्धति देश की सबसे पुरानी पद्धतियों में से एक है – रायसिंह मेवाड़ा
आष्टा /किरण रांका
यूनानी-डे के अवसर पर कम्युनिटी हाल में लगा निःशुल्क स्वास्थ परीक्षण शिविर
यह दिवस हर साल महान यूनानी विद्वान और समाज सुधारक हकीम अजमल खान की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य यूनानी चिकित्सा पद्धति के निवारक और उपचारात्मक के माध्यम से स्वास्थ्य की देखभाल के बारे में जन-जागरूकता फैलाना है। यूनानी चिकित्सा पद्धति शरीर में उपस्थित चार द्रव रक्त, बलगम कफ, सफरा पीला पित्त और सौदा जैसी बीमारियों का उपचार करती है।
इस आशय के विचार नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने यूनानी-डे के अवसर पर कम्युनिटी हाल में निःशुल्क यूनानी शिविर के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए। कार्यक्रम में नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश सुराना, पूर्व मार्केटिंग सोसायटी अध्यक्ष कृपालसिंह पटाड़ा, नपाउपाध्यक्ष प्रतिनिधि भूरू खां, पार्षद प्रतिनिधि अतीक कुरैशी, नसरूल्ला खां पप्पू पदमसी अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मंचासीन अतिथियों का डाॅ. बुशरा सिद्दीकी, डाॅ. हसीब कुरैशी द्वारा पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि यूनानी-डे महान यूनानी विद्वान और समाज सुधारक हकीम अजमल खान की याद में संपूर्ण देश में मनाया जाता है। यूनानी पद्धति देश की सबसे पुरानी पद्धति है, आजकल लोग जल्दबाजी के चक्कर में इस पद्धति से दूर हो गए है। यूनानी औषधि आमतौर पर मिलने वाली दवाईयों से काफी सस्ती रहती है और असरदार औषधि रहती है। कार्यक्रम को भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश सुराना, नपाउपाध्यक्ष प्रतिनिधि भूरू खां, पूर्व मार्केटिंग सोसायटी अध्यक्ष कृपालसिंह पटाड़ा, नसरूल्ला खां पप्पू पदमसी ने भी संबोधित कर यूनानी औषधि के बारे में उपस्थितजनों को जानकारी दी। इस अवसर पर पत्रकार जहूर मंसूरी, मोहम्मद सादीक, पूरण मेवाड़ा सहित स्वास्थ्य टीम एवं नागरिकगण मौजूद थे।


More Stories
स्व. ओम नामदेव का नगर विकास में योगदान स्मरणीय रहेगा – कैलाश परमार पूर्व नपाध्यक्ष.
हनुमान जन्मोत्सव बड़े धुमधाम से मनाया
पूर्व केंद्रीय मंत्री पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव शोकसंवेदना व्यक्त करने नामदेव निवास पहुंचें