RES विभाग मजदूरों के बगैर कैसे कर रहा काम, भंवर जाल विभाग कर रहा कमाल
सरदारपुर से राहुल राठौड़
सरदारपुर/धार। जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूरी पर स्थित सरदारपुर विधानसभा के ग्राम पंचायत सगवाल में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के द्वारा मनरेगा योजना अंतर्गत मूरम रोड का कार्य चालनी माता मे आरएमएस निर्माण कार्य, ग्राम पंचायत भीलखेड़ी में आरएमएस निर्माण, ग्राम पंचायत सोनगढ़ में निस्तार तालाब, बायिडा वाला नाला कार्य चल रहा है।
जिसमें फर्जी मजदूरों की हाजिरी भरने का कार्य विभाग द्वारा नियुक्त मेट के द्वारा संपादित किया जा रहा है।
गौरतलब है कि पूर्व में भी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा मनरेगा योजना में पलीता लगाने का कार्य बेखोफ होकर किया गया है।
भानगढ़ बना मजदूरों का गढ़
मनरेगा योजना अंतर्गत ग्रामीण यांत्रिकी विभाग में संपादित किए जा रहे कार्यों में एक विशेष प्रकार की पंचायत भानगढ़ के मजदूरों की अधिकता होना कहीं ना कहीं कई सवालिया निशान पैदा कर रहा है।



बताया जाता है कि मनरेगा योजना अंतर्गत पूर्व में भी भानगढ़ पंचायत निवासी के बैंक खातों में मनरेगा योजना का पैसा पहुंच गया था जिसका मामला अभी तक न्यायालय में विचाराधीन है। लेकिन आज दिनाक तक सरदारपुर उपसंभाग ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के कर्मचारी, उपयंत्री की मिली भगत से भानगढ़ क्षेत्र के मजदूरों का जॉब कार्ड में फर्जी हाजिरी लगाने का कार्य बदस्तूर जारी है। भानगढ़ पंचायत के मजदूरों से ग्रामीण यांत्रिकी विभाग का इतना प्रेम होना इन दिनों क्षेत्र में जन चर्चा का विषय बना हुआ है।
अनुविभागीय अधिकारी गायब
क्षेत्रीय पत्रकारों ने संपर्क किया तो ग्रामीण यांत्रिकी विभाग सेवा उप संभाग सरदारपुर के अनुविभागीय अधिकारी का कई समय से कार्यालय में उपस्थित न होकर जिला कार्यालय में तफ़री करने की जानकारी मिली। आखिर अनुविभागीय अधिकारी की अपने विभाग के प्रति गंभीरता न होना या तो ऊपरी दबाव या फिर अपनी क्षेत्र में पेठ कमजोर होने का प्रमाण प्रस्तुत कर रहा है ?
अधिकारी वातानुकूलित कमरे में फरमा रहे आराम और मोदी कह रहे हैं मजदूरों को मिलेगा पूरा काम
मध्य प्रदेश का पिछड़ा जिला धार वैसे तो आदिवासी बाहुल्य है जहां पर मजदूर वर्ग के कई परिवार निवास करते हैं। लेकिन उनके हक पर डाका डालने का कार्य अधिकारी के वातानुकूलित कमरे में आराम फरमाने के कारण, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा बदस्तूर जारी है।
अब देखना रोचक होगा कि जिले के लाजवाब जिलाधीश महोदय कब तक अपने कार्यालय से बाहर निकलकर मजदूरों का अपना वास्तविक हक दिलवाने में अपनी क्या अहम भूमिका निभाते हैं ?
More Stories
नपाध्यक्ष हेमकुंवर मेवाड़ा ने सौंपे हितग्राहियों को संबल अनुग्रह सहायता राशि के स्वीकृति पत्र
दक्षिण पन्ना वन विभाग का ग्राम विकास में अभिनव प्रयास : सौर ऊर्जा से रोशन हुए 10 गाँव
आष्टा जूनियर त्रिकोणीय सीरीज लेदर बॉल क्रिकेट का हुआ समापन