कटनी जिले से विजराघवगढ़ के दिलीप सिंह राठौर बने लेफ्टिनेंट कर्नल जिले का नाम हुआ रोशन
गांव–समाज का माथा ऊँचा करने वाली गर्वीली उपलब्धि
रजरवारा नंबर 1, विजयराघवगढ़, कटनी के दिलीप सिंह राठौर (पिता—श्री रामलखन सिंह, माता—श्रीमती हीरा बाई) को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर आज 6 दिसम्बर 2025 को नियुक्ति मिली है। यह उपलब्धि न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव, क्षेत्र और समाज के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण है।
जेसीओ से लेफ्टिनेंट तक का प्रेरणादायी सफर
दिलीप सिंह राठौर वर्ष 2010 से भारतीय सेना की EME कोर में JCO के रूप में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। देश सेवा करते हुए ही उन्होंने अधिकारी बनने का संकल्प लिया और ड्यूटी एवं पढ़ाई—दोनों जिम्मेदारियों को संतुलित करते हुए निरंतर मेहनत की। उनका यह सफर हर युवा के लिए यह संदेश देता है कि परिस्थितियां कैसी भी हों, लक्ष्य स्पष्ट हो तो सफलता निश्चित है।
परिवार और मार्गदर्शकों का योगदान
दिलीप ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, पत्नी और भाई को दिया है, जिन्होंने हर पल उनका मनोबल बढ़ाया। साथ ही उन्होंने लेफ्टिनेंट दीपक (जिला सतना) को अपनी प्रेरणा बताया, जिनके मार्गदर्शन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शिक्षा से लेकर सेना तक की उपलब्धियां
प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा (कक्षा 8 तक): सरकारी विद्यालय, ग्राम रजरवारा नंबर 1
हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी (12वीं): सिनगौड़ी हायर सेकेंडरी स्कूल
स्नातक: सिलिकोबाइट कटनी डिग्री कॉलेज
इसी दौरान, B.Sc. द्वितीय वर्ष में ही उनका चयन भारतीय सेना में हो गया, जिसने उनके करियर को नई दिशा दी।
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दिलीप सिंह राठौर की कहानी—हर नवयुवक के लिए प्रेरणा
दिलीप ने यह साबित कर दिया कि संघर्ष, अनुशासन और लगन हो तो कोई भी सपना बड़ा नहीं। गांव का एक सामान्य छात्र अपने लक्ष्य पर अडिग रहते हुए आज भारतीय सेना का लेफ्टिनेंट बना है—यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करती रहेगी।
दिलीप सिंह राठौर को हार्दिक शुभकामनाएँ — जय हिंद

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