राहुल राठोड़ रिपोर्टर

*राजोद-सरदारपुर तहसील से आखिरी छोर पर बसा बाहुल्य आदिवासी क्षेत्र राजोद इस क्षेत्र में 95% खेती पर कृषक निर्भर हैं। शासन प्रशासन के आदेशों की बीज निगम एवं कृषि विभाग आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा हे। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आदेशों व फरमान जारी किया था कि नकली बीजों की बिक्री पर सख्ती से लगाए रोक किंतु शासन प्रशासन के अमले अनदेखा करने से गरीब कृषक नकली बीच के झमेले में उलझा हुआ है क्षेत्र के आसपास खाद बीजों की कई दुकाने है व्यापारियों द्वारा अपनी दुकानों में रेट लिस्ट व कंपनियों की सूची सूचना पटल पर नहीं लगाई है। कृषको को व्यापारी द्वारा खरीदी करने पर पक्का बिल भी नहीं दे रहे हैं सूत्रों की माने तो एक लाइसेंस से कई दुकानें चलाई जा रही है अधिकारी ने क्षेत्रों में भ्रमण करना उचित नहीं समझा है शासन के आदेश को भी नहीं मान रहे हैं आज भी कई दुकानों में कई तरह की कंपनी का माल बेचा जा रहा है। क्षेत्र में अधिकारियों का दौरा होता हे जो कि खानापूर्ति कर के चले जाते हैं सूत्र बताते हैं कि अधिकारियों द्वारा लाभ शुभ का मामला जमा कर चले जाते हैं। क्या जिलाधीश महोदय इस मामले को संज्ञान में लेकर गरीब आदिवासियों को नकली बीज खरीदी से बचा पाएंगे । फोटो कैप्शन
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