विशाल भौरासे रिपोर्टर


बैतूल।राष्ट्रीय_शिक्षा_नीति (NEP) ने देश की सभी भाषा -बोलिओं को संरक्षण देने हेतु अपनी कार्ययोजना में स्थान दिया है। जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं के साथ ही जनजातीय भाषा – बोलिओं के संरक्षण को प्रमुखता दी है।
तदनुसार विद्या भारती से सम्बद्ध #नर्मदाञ्चल_अनुसूचित_जनजाति_सेवा_न्यास भोपाल ने बैतूल, हरदा, नर्मदापुरम् जिलों में बोली जाने वाली #गोंडी_भाषा के संरक्षण हेतु कार्य प्रारम्भ किया है।
बैतूल जिले में बोली जाने वाली #गोंडी_भाषा में 2013 की #महाशिवरात्रि से एक साप्ताहिक समाचार पत्र #लोकाञ्चल का प्रकाशन (राष्ट्रीय दैनिक जनादेश के मालिक) श्री #मयंक जी भार्गव के द्वारा किया जा रहा है।
गोंडी भाषा संरक्षण की दिशा में यह एक अति महत्वपूर्ण प्रयास है जिसमें विद्या भारती #जनजाति क्षेत्र की शिक्षा के कार्यकर्ता सहयोग कर रहे हैं।
इसी क्रम में दिनांक 14/8/2022 को #नर्मदाञ्चल अनुसूचित जनजाति सेवा न्यास भोपाल के तत्वावधान में गोंडी साप्ताहिक “लोकाञ्चल” समाचार पाठक समीक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें न्यास के सचिव, सह सचिव व सदस्यों के साथ लोकाञ्चल के संवाददाता व पाठक उपस्थित रहे।
कार्यशाला में समाचार पत्र लोकाञ्चल में आ रही लेखकीय त्रुटियों को निकालकर उसके लिए सुधारने का प्रयास हुआ।
आगे के अंकों में इसे ठीक करने के समाचार लिखे जाते समय गोंडी भाषा बोलने – जानने वाले एक व्यक्ति को कम्प्यूटर आपरेटर के पास प्रति सप्ताह दो घंटे समय देना होगा यह निर्णय लिया गया।
#गोंडी भाषा संरक्षण के लिए एक सात सदस्यीय टोली बनाई जायेगी। टोली निर्माण का दायित्व न्यास के सह सचिव श्री #पूनाजी धुर्वे को दिया गया जो माह सितम्बर में पूर्ण कर उसकी बैठक आयोजित करेंगे।
श्री पूनाजी धुर्वे ही इस योजना के संयोजक होगें। जो समय – समय पर समसामयिक विषयों के साथ #गोंडी भाषा की गोष्ठियाँ आयोजित करेंगे। उक्त विषयों को लेकर अभी से प्रति माह निर्धारित विधायों के एक -एक आयोजन किए जाएंगे।
नर्मदाञ्चल जनजाति सेवा न्यास द्वारा इस वर्ष की प्रथम वार्षिक पत्रिका #ढ़ोडा_ता_धारा गोंडी भाषा में ही प्रकाशित होने वाली है जिसके लिए सभी से लेख आमंत्रित किये गये हैं।
* श्री पूरन लाल परते शिक्षक व श्री पूनाजी धुर्वे शिक्षक द्वारा प्राथमिक, माध्यमिक #विद्यालयों में पढ़ाया जाने वाला गोंड़ी भाषा का #पाठ्यक्रम तैयार किया है जिसकी सभी ने सराहना की।
इस लोकाञ्चल समाचार पाठक समीक्षा कार्यशाला में पूरन लाल परते जनजाति शोध केन्द्र प्रमुख, नागोराव सिरसाम, राजेश कुमार वर्टी, संजू कवड़े, जमदू सिंह आहके , अनिल असवारे, साबू कुमरे , मिथलेश कवड़े , सुंदरलाल इवने , श्रीमती ममता उइके, श्रीमती पुष्पा वटके , अनिल उइके , जोधा कुमार धुर्वे, श्रीराम सिरसाम, दिनेश यादव, सुनील वाड़िवा, रामसिंह गजाम, इंजीनियर सुनील सरियाम सहित लोकाञ्चल के अन्य पाठकगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन नागोराव सिरसाम जिला प्रमुख विद्या भारती जनजाति क्षेत्र की शिक्षा बैतूल द्वारा किया गया ।
कार्यशाला के अंत में उपस्थित सभी सदस्यों का न्यास के सह सचिव पूनाजी धुर्वे द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
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