विशाल भौरासे रिपोर्टर
*नपा द्वारा संचालित कांजी हाउस में लंपी वायरस से ग्रस्त पशुओं को जंगल छोड़ा जा रहा*
*कांजी हाउस में लंपी वायरस से ग्रस्त पशुओं के उपचार की कोई व्यवस्था नहीं*
बेतूल। नगर पालिका द्वारा ग्राम पंचायत कढ़ाई में संचालित कांजी हाउस में देख-रेख के अभाव में एक गाय की मौत हो गई है, वहीं दूसरी मरणासन्न हालत में है। कांजी हाउस में बंद गायों की दुर्दशा देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां किस तरह से गायों का रख-रखाव किया जा रहा है। गौ संरक्षण एवं सवंर्धन की बड़ी-बड़ी बातें तो लगातार हो रही है, लेकिन नगर पालिका के कांजी हाउस में बंद गायों की हालत इतनी बद्दतर हो गई है कि देख-रेख के अभाव में लगातार इनकी मौत हो रही है। वही लंपी वायरस से ग्रस्त पशुओं के लिए भी किसी प्रकार की व्यवस्था नही की गई है जनकारी में सामने आया। है की लंपी से ग्रस्त पशु एवं स्वस्थ पशु जो की शहर की सड़को से उठा कर लाये जा रहे है । उनका किसी भी प्रकार का उपचार कांजी हाउस में नही किया जा रहा है । बल्कि उन्हें संक्रमण फैलने के डर से कांजी हाउस से सटे जंगल में छोड़ दीया जा रहा है।
*अब सवाल यह उठता है की जिस प्रकार प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश में गौवंस में तेजी से फैल रहे लंपी वायरस की रोकथाम हेतु जो बड़ी-बड़ी योजनाए बना रही है। वह सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह रही है या जमीन स्तर पर भी उन निर्देशों का क्रियान्वयन किया जा रहा है।*
*शासन द्वारा जारी लंपी वायरस की गाइडलाइन*
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संक्रमित क्षेत्र के केंद्र बिंदु से 10 किलोमीटर की परिधि के क्षेत्र में पशुओं की बिक्री पर बैन होना चाहिए. संक्रमित पशु और उसके आसपास, घर आदि जगहों पर साफ-सफाई, जीवाणु और विषाणुनाशक रसायन जैसे 20 पर्सेंट ईथर, फार्मेलीन 1 प्रतिशत, फिनाइल 29 प्रतिशत, सोडियम हाइपोक्लोराइड 3 प्रतिशत, आयोडीन कंपाउंड, अमोनियम कंपाउड आदि का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.। लंपि से ग्रस्त पशुओ को कोरंटाइन कर स्वस्थ पशुओं से दूर रखना है।
वंही बैतूल की नपा द्वारा संचालित गौ शाला सारे नियमो का मजाक बना रही है। बल्कि देखा जा रहा है। की शहर में घूम रहे पशुओं को सुरक्षा की द्रष्टि से गौ शाला में भेजा जा रहा है परंतु कांजी हाउस में व्यवस्थाओं के अभाव से धांधली ही देखने को मिली है।
*इनका कहना*
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लंपी वायरस को ध्यान में रखते हुए हमारा पूरा स्टाफ सुबह से शाम तक एवं जरूरत पड़े तो रात्रि में भी पशुओं के प्राथमिक उपचार के लिए फील्ड पर जाकर प्रयास कर रही है। परंतु जिस प्रकार से लंपी जिले में फैल रहा है उसके एवज में हमारे पास में पर्याप्त टीम नहीं है। *विजय पाटिल डायरेक्टर पशु चिकित्साविभाग बैतूल*
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हमने कांजी हाऊस के टीचिंग ग्राउंड में लंपी से ग्रसित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखने के निर्देश दिए हैं। *अक्षांत बुंदेला सीएमओ नगर पालिका परिषद बैतूल*
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सुरक्षा की दृष्टि से शहर में घूम रहे आवारा पशु को कांजी हाउस पहुंचाया जाता है परंतु यहां की बदतर व्यवस्थाओं को देखकर तो ऐसा महसूस होता है कि इन पशुओं को शहर में ही घूमने देना चाहिए *राधेश्याम सोनी समाजसेवी*
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जिला प्रशासन से लंबे समय से पशुओ के लिए नगर में एंबुलेंस संचालित करने की मांग आवेदन देकर की गई है परंतु प्रशासन इस ओर ध्यान ही नहीं दे पा रहा यदि प्रशासन ने इस ओर ध्यान दिया होता तो लंपी से ग्रस्त पशुओं को उपचार में सहायता मिल सकती थी *तरुण साहू विश्व हिंदू परिषद गौ रक्षा प्रमुख*
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