*तुकईधड से अकोट के बीच नये डाइवर्ट रूट में मप्र सीमा में फारेस्ट लैंड की रेलवे को होगी आवश्यकता*।
शेख़ आसिफ़ रिपोर्टर

खंडवा।खंडवा-अकोला के बीच चल रहे गेज कन्वर्जन कार्य मे रेलवे के अधिकारियों ने पिछले महीने खंडवा-बुरहानपुर कलेक्टर से मिलकर इस रेलवे मार्ग को ब्रॉडगेज करने में फॉरेस्ट भूमि अनुमति संबंधित प्रस्ताव रखा।इसे केंद्रीय वन विभाग के माध्यम से राज्य सरकार को प्राप्त होगा।
रेलवे ने तुकाईधड से अकोट के बीच 29 किलोमीटर नये रूट से रेल मार्ग निकालने का रेलवे ने निर्णय लिया है।
इस मार्ग पर म प्र सरकार द्वारा फॉरेस्ट व लैंड क्लीरेंस देने की मांग पूर्व निमाड़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज व जनमंच सदस्यों ने वन मंत्री डॉ विजय शाह से की, ताकि इस बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके
चेंबर ऑफ कॉमर्स और जनमंच के प्रवक्ता कमल नागपाल ने बताया कि खंडवा अकोला गेज कनवर्जन कार्य के अंतर्गत रेलवे द्वारा म प्र सीमा से खंडवा-बुरहानपुर जिलों की सीमाओं के फारेस्ट लैंड की आवश्यकता होगी।रेलवे ने वन और पर्यावरण की अनुमति व भूमि मांग के लिए केंद्र के वन विभाग को प्रस्ताव भेजा है जो वहां से अप्रूवल होकर म प्र सरकार के पास आयेगा।म प्र सरकार से इस प्रोजेक्ट की वन व भूमि अनुमति को प्राथमिकता देकर कार्यवाई करने की मांग की गई है। इसको लेकर शुक्रवार सुबह नगर निगम कार्यालय में वन मंत्री डॉ विजय शाह से कलेक्टर अनूप सिंह,एस पी विवेक कुमार सिंह,महापौर अमृता यादव,अध्यक्ष सेवादास पटेल की मौजूदगी में चेम्बर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष गुरमीत सिंह उबेजा,जनमंच जेडआरयूसीसी सदस्य मनोज सोनी,चंद्र कुमार सांड,सुनील जैन,देवेंद्र जैन, कमल नागपाल आदि ने इस प्रोजेक्ट के लिए रेलवे द्वारा मांगी जाने वाली वन पर्यावरण व वन भूमि को अनुमति रेलवे को प्राथमिकता से देने की मांग की।
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