सरिता पाटीदार रिपोर्टर



विओ :- हमारे देश के कर्तव्य निष्ठ तुम प्रतिदिन 18 घंटे कार्य करने वाले राष्ट्र के सच्चे सपूत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बेन का शुक्रवार सुबह 9.26 बजे पंचतत्व में विलीन हो गई। नरेंद्र मोदी ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम सफर के दौरान वे मां की पार्थिव देह कंधे पर लेकर गांधी नगर स्थित घर से निकले। यात्रा के दौरान वे शव वाहन में ही पार्थिव देह के करीब बैठे रहे।
हीरा बेन मोदी का शुक्रवार तड़के 3.30 बजे यू एन मेहता अस्पताल में निधन हुआ। वे 105 वर्ष की थीं। मंगलवार देर रात सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मोदी ने खुद ही निधन की जानकारी ट्वीट के जरिए दी थी ।इसके बाद सुबह 7.45 बजे दिल्ली से अहमदाबाद पहुंचे। यहां से वे सीधे गांधीनगर के रायसण गांव में भाई पंकज मोदी के घर गए। पार्थिव देह यहीं रखी गई थी। मोदी के पहुंचते ही अंतिम यात्रा शुरू हुई। सेक्टर- 30 स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया।
अंतिम संस्कार के बाद कहा है कि शताब्दी का ईश्वर के चरणों में विराम ।मां मैं मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है। जिसमें तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्म योगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।
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