
देश के युवा स्टार्टअप्स की दुनिया में तेजी से सफलता के कदम चूम रहे हैं। जेप्टो (Zepto) के को-फाउंडर ने महज 19 साल की उम्र में बड़ी कामयाबी हासिल की। कैवल्य वोहरा (Kaivalya Vohra) देश में करोड़पतियों की लिस्ट में शामिल होने
वाली सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए हैं। महज़ 19 साल की उम्र में इन्होंने अपने दम पर 7300 करोड़ रुपये की कंपनी खड़ी की। इस उम्र में ज्यादातर लोग घूमने-फिरने, सिनेमा देखने में बिता देते हैं। उस उम्र
में इन्होंने ये कारनामा कर दिखाया। कैवल्य वोहरा मुंबई के रहने वाले हैं। साल 2001 में जन्मे कैवल्य की शुरुआती पढ़ाई मुबंई में हुई है। कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के लिए वह अमेरिका स्थित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी गए, लेकिन पढ़ाई से ज्यादा उनका मन स्टार्टअप में लग गया था। कैवल्य ने अपने दोस्त आदित पालिचा के साथ मिलकर 17 साल की उम्र में अपना पहला स्टार्टअप शुरू किया। स्टूडेंट के साथ-साथ दोनों एंटरप्रेन्योर बन गए थे। पढ़ाई के साथ-साथ कंपनी
चलाना मुश्किल हो रहा था, इसलिए उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और वापस मुंबई आ गए। यहां आकर जेप्टो की शुरूआत 2021 में कोरोना महामारी के दौरान हुई। एक साल में कंपनी का वैल्यूएशन 900 मिलियन डॉलर यानी 7300 करोड़ के पार पहुंच गया। जेप्टो के
फाउंडर कैवल्य वोहरा का नेटवर्थ 1200 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वो देश के सबसे कम उम्र के अमीर बन चुके हैं। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में पहली बार उनका नाम शामिल किया गया।
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