सुजीत बाजपेई रिपोर्टर


लुकेशन……………….उमरियापान /17/07/023
उमारियापान से देवरी मगेला गांव और जबलपुर की सिहोरा तहसील को जोड़ने वाली सड़क की हालत बेहद ही नाजुक है। यहां स्थिति इतनी बदतर है कि रोजाना लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़क इस कदर जर्जर हो गई है कि इस पर चलना लोगों के लिए काफी मुश्किल हो गया है।विगत दिनों हुई भारी बरसात ने सड़क की हालत को बद से बदतर बन गई है,रोड मे बड़े बड़े गड्डे हो जाने के कारण पानी भरा होने की बजह से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
ज्ञात होवे कि कई वर्ष पहले सड़क का निर्माण हुआ था, लेकिन मरम्मत के अभाव में अब यह बदहाली की कगार पर पहुंच गया है। सड़क में कदम-कदम पर गड्ढे बन गए हैं। ऐसे में किसी भी वाहन को इस सड़क पर चलाना काफी मुश्किल भरा काम है। बरसात होने पर इन गड्ढों में पानी भर जाने से हादसे की आशंका बनी रहती है। उल्लेखनीय है कि इस सडक से अन्य गांव के निवासी आवाजाही करते हैं। स्थानियों नागरियों ने बताया की,देश के प्रधानमंत्री द्वारा नारा दिया गया अच्छे दिन आने का किन्तु अब अच्छे दिन कब आने वाला हैं,इंतजार था
मगर दो दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद भी लोगों को अब तक ये सुखद अहसास नहीं हो सका है। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के लिए मुखिया से लेकर मंत्री तक गुहार लगाई है। लेकिन अब तक सड़क के नाम पर उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
*विधालय* *के* *सामने* *बड़े* *बड़े* *गड्ढे* शासकीय माध्यमिक विद्यालय पचपेढी में विधालय के सामने बड़े बड़े गड्ढे हो जाने से विधालय के छात्र छात्राओं को बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है विधालय के बाहर छोटे छोटे बच्चे खेलते रहते हैं बड़े वाहन निकलने से छोटे छोटे बच्चों के सिर में पत्थर उचठ कर गई बालक घायल हो चुके है लेकिन पीडब्ल्यूड विभाग के अधिकारी कुंभकर्णी निदा में सो रहे हैं अधिकारी किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं।
*कलेक्टर* *के* *निकलने* *के* *पहले* *विभाग* *डाल* *देते* *हैं* *मिट्टी* जब जब कलेक्टर अवि प्रसाद का दौडा रहता है तब तब पीडब्ल्यूडी के अधिकारी विधालय के सामने सिर्फ मिट्टी डालकर पुराई कर दी जाती है कलेक्टर के निकलने के
बाद विभाग के अधिकारी सब भूल जाते हैं । ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि बड़े बड़े गड्ढे की शीघ्र पुराई कराकर सड़क निर्माण कार्य कराया जाये।
नई दुनिया ने 27 जून को खबर प्रकाशित की थी जिस पर एसडीओ ने कहा था कि दो दिन के अंदर ठेकेदार काम चालू करने के लिए कहा है लेकिन पंद्रह दिन गुजर जाने के बावजूद ठेकेदार कार्य चालू नहीं कराया।
उमरियापान..…..सुजीत बाजपेई की रिपोर्ट
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