

शकील खान रिपोर्टर
मनावर।। नगर के वार्ड क्रमांक 4 में बीते दिनों आम रास्ते को लेकर पीएचई विभाग और स्थानिय रहवासियों में विवाद हो गया था। जिसके उपरांत मनावर तहसीलदार के आदेश पर निर्माण कार्य रोक दिया गया था। सोमवार को पूनः पीएचई विभागीय के अधिकारी आर एस बामनीया व उपयंत्री रेखा ओहरीया द्वारा बिना किसी प्रशासनिक प्रक्रिया के आम रास्ते पर पत्थर डलवा कर रास्ता रोक दिया गया। विभाग का कहना है कि उक्त भूमि विभाग की सीमा के अंतर्गत आती है। वहीं स्थानीय रहवासियों का कहना है, कि वर्षों से यहां पर आने जाने का रास्ता बना हुआ है। पूरे मामले पर जानकारी निकालने पर यह पता चला कि उक्त मामला बिना वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी मे लाए पीएचई विभाग द्वारा अंजाम दिया गया। जो कि नियमानुसार गलत है। अगर वहां विभाग की जमीन है भी, तो पहले प्रशासनिक स्तर पर उसकी जानकारी देकर मौके पर शासकीय अधिकारियों को उपस्थित होना होता है और सभी के समक्ष आने जाने के लिए दूसरा रास्ता उपलब्ध कराने की जवाबदारी प्रशासन की होती है। परंतु विवाद का कारण मनावर पीएचई विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी बने हुए हैं। जो लगातार मनमर्जी से जगह पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें यह समझना अति आवश्यक है, कि यह जमीन उनकी निजी नहीं अपितु प्रशासनिक है। जिसे शासन की अनुमति से अपने विभाग की सीमा क्षेत्र में ले सकते हैं। परंतु उसके लिए भी पहले उन्हें स्थानीय रहवासियों एवं स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को यह संज्ञान में लाना होगा, कि भूमि विभाग की सीमा क्षेत्र में आ रही है और आम नागरिकों के लिए जाने का अन्य मार्ग दिया जा रहा है। अगर इसी तरह से विभाग के अधिकारी मनमानी करते रहे तो विवाद और बढ़ता जाएगा। जिससे आम नागरिकों की परेशानियां बढ़ती जाएंगी। वार्ड क्रमांक 4 के डेमपुरा में लगभग सभी अजा एवं अजजा समुदाय के लोग रहते हैं। जिनका दैनिक जीवन उसी रास्ते से आने जाने से चलता है। अगर रास्ता बंद होता है तो सभी रह वासियों का जीवन प्रभावित होगा। क्योंकि विभागीय अधिकारी तो चार पहिया वाहन से अन्य मार्ग से निकल जाते हैं। परंतु दो पहिया वाहन और पैदल चलने वाला आम आदमी कैसे मार्ग पर चल पाएगा।
पूरी घटना पर जानकारी मिलते ही भारतीय जनता पार्टी के नगर पालिका अध्यक्ष अजय पाटीदार मौके पर पहुंचे और रास्ता खुलवाया परंतु विभाग अभी भी अपने रवैया पर खड हुआ है। पाटीदार ने कहा की हम देख रहें है कि किसी प्रकार का विवाद न हो और रहवासीयों को कोई समस्या न हो। अगर विभाग की भुमी पर रास्ता है तो वह नियमानुसार तहसीलदार एवं पटवारी से नप्ती करवा कर कब्जा ले सकते हैं। साथ ही प्रशासन उनके दुसरे मार्ग पर आने जाने की व्यवस्था भी करे।
More Stories
आज जानकारी मिली कि नगर का एक परिवार जिसमें माता की पूर्व मृत्यु हो चुकी हे पिता कमल जी मेवाड़ा एक होटल संचालित कर रहे हे
निवाड़ी जिले में कृषि यंत्रों हेतु पंजीयन प्रारंभ, कृषकों के लिए कृषि यंत्रों पर 40 से 50 प्रतिशत तक अनुदान
योगभ्रष्ट साधक उचित लोकों से होते हुए श्रीमान के घर में जन्म लेकर अपना साधना क्रम आगे बढ़ाता है, वैराग्यवान् साधक जो योगमार्ग से भटक गए वे