
इकलहरा:-इक लहरा निवासी मीना विश्वकर्मा ने अपने पति की मृत्यु होने के पश्चात बड़े भरोसे से अपने छोटे पुत्र निलेश विश्वकर्मा को नौकरी दे दी जबकि डब्ल्यूसीएल से नौकरी करने का संदेशा पहले मीना विश्वकर्मा को ही आया था लेकिन मीना विश्वकर्मा ने नौकरी अपने पुत्र को ही देना उचित समझा इसके पश्चात उनके पुत्र निलेश विश्वकर्मा की भी मृत्यु हो गई नीलेश की मृत्यु होने के पश्चात नीलेश की पत्नी और मीना विश्वकर्मा की बहू श्रद्धा विश्वकर्मा ने नीलेश की तेरहवीं तक का इंतजार नहीं किया और ससुराल से मायके चली गई इसके पश्चात श्रद्धा ने मीना विश्वकर्मा का नाम डब्ल्यूसीएल से कटवा दिया इसमें डब्ल्यूसीएल के अधिकारी और कर्मचारी भी इस सांठ गांठ में शामिल है श्रद्धा विश्वकर्मा ने डब्ल्यूसीएल से मिलने वाली प्रोविडेंट फंड ग्रेजुएटी एलआईसी का पैसा और कोरोना से मिलने वाली सभी राशि को लेकर हड़प लिया है अब मेडिकल करवाकर नौकरी भी लगने वाली है जबकि मीना विश्वकर्मा टुकड़े-टुकड़े को मोहताज हो रही है मीना विश्वकर्मा की उम्र ज्यादा होने के कारण उन्हें कहीं काम भी नहीं मिल रहा है मीना विश्वकर्मा ने डब्ल्यूसीएल सहित सभी उच्चाधिकारियों से निवेदन किया है की इस प्रकरण की उचित जांच की जावे बहू को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जावे और इस प्रकरण में सांठगांठ करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जावे और बहू से जो राशि उसने हड़पी है वह वापस दिलाई जावे और उसकी नौकरी लगने पर तत्काल रोक लगाई जावे क्योंकि बहू सास द्वारा पैसे मांगने पर उन्हें गुंडो से पिटवाने की धमकी देती है इसलिए मीना विश्वकर्मा ने महामहिम राष्ट्रपति सहित डब्ल्यूसीएल के उच्चाधिकारियों और केंद्रीय कोयला मंत्री से भी निवेदन किया है इस प्रकरण पर तत्काल रोक लगाई जावे
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