*प्रेस नोट*
*बहुत ही हर्ष के साथ यह सूचित किया जा रहा है की ग्वालियर की निष्कासित आशा और पर्यवेक्षक की पुनः वापिसी और झूठे मुकदमे वापिस लिए जा चुके हैं।*
*इस हेतु किए गए सभी संघर्षों को शासन के कानों तक पहुंचाने के लिए आपने सेतु की भूमिका निभाई है जिस हेतु आप और आपके मीडिया तंत्र के प्रति “म. प्र. आशा/आशा सहयोगिनी श्रमिक संघ” सदैव आभारी रहेगा।*
*विदित होगा कि, 16 अप्रैल 2023 को ग्वालियर में अंबेडकर महाकुंभ के दौरान मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी का आगमन हुआ था उन्हें मांगों के संदर्भ में मध्यप्रदेश आशा/आशा सहयोगिनी श्रमिक संघ के तत्वाधान में लीला रायपुरिया के नेतृत्व में ज्ञापन देने पर तानाशाह और दमनकारी नीतियों के चलते ग्वालियर की 25 आशा और पर्यवेक्षक को सेवा से निष्कासित कर दिया गया था साथ ही मुकदमे दर्ज किए गए थे।*
*कहने को तो वे स्वयं को मध्य प्रदेश की बहनों का भाई बताते हैं लेकिन बहनों की रोजी-रोटी पर लात मारने में उन्हें पल भर भी ना लगा। यही नहीं 29 जुलाई को आशा कार्यकर्ताओं के महासम्मेलन में पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने आशा कार्यकर्ताओं की वापसी की घोषणा भी की लेकिन वह सिर्फ और सिर्फ दिखावा मात्र थी पूरा 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी आशा बहनों की बहाली नहीं की गई।उस सम्मेलन के पूर्व हुई बैठक में यह तय हुआ था कि आशा कार्यकर्ताओं को ₹10000 प्रतिमाह दिया जाएगा तथा आशा पर्यवेक्षक को ₹15000 प्रतिमाह के साथ₹3000 यात्रा भत्ता प्रदान किया जाएगा लेकिन यह सब भी झूठ निकला और मंच पर घोषणा करते हुए दोनों में कटौती कर दी गई थी*
*लेकिन, लम्बे और निरंतर चले संघर्ष से वे सभी मुकदमे वापस हुए और आशा कार्यकर्ताओं की पुनः बहाली संभव हो सकी*
*मध्यप्रदेश आशा/आशा सहयोगिनी श्रमिक संघ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी कौरव का कहना है कि,हमारी सभी जायज मांगे पूरी होने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। आंदोलन को कुचलने वाली दमनकारी नीतियों से हम डरेंगे नहीं। इन विषम परिस्थितियों में हम मजबूर नहीं मजबूत हुए हैं।*
*प्रदेश के वर्तमान मुखिया माननीय श्री मोहन यादव जी से निवेदन है कि,हम आशा और पर्यवेक्षक बहनों की मांगों पर ध्यान देते हुए अतिशीघ्र पूरा करने की कार्यवाही के आदेश विभाग को जारी करें। क्योंकि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डा प्रभुराम चौधरी जी के साथ हुई बैठक में आशा कार्यकर्ताओं को 10000 रूपये प्रतिमाह और पर्यवेक्षकों को आकस्मिक और साप्ताहिक अवकाश उपरांत 15000 रूपये प्रतिमाह यात्रा भत्ता सहित देने की अनुशंसा की गई थी।*
*प्रदेश अध्यक्ष*
*श्रीमती लक्ष्मी कौरव*
*म. प्र. आशा/आशा सहयोगिनी श्रमिक संघ*
गिरजेश पचौरी पत्रकार मेहगांव मोबाइल नंबर 9926264754
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