लोकेशन – मैहर
शिकायतकर्ता अशोक कुशवाहा ने कहा कि मामले में कुलदीप तिवारी का नाम भूल बस लिखा। जबकि मामले में मुख्य आरोपी प्रदीप पटेल है नाम की जानकारी न होने की वजह से कुलदीप तिवारी लिखवा दिया जिसे प्रदीप पटेल माना जाय। आरोपी द्वारा जिस तरह से शिकायत की जा रही है इसके बाद अपनी शिकायत को ही गलत ठहराना फिर बयान बदलना कही न कही यह साबित करता है कि व्यक्ति प्रशासन सहित आमजन को गुमराह कर झूठी शिकायत कर रंजिसन कुछ संभ्रांत जानो को बदनाम करना चाहता है इसके साथ कोई धोखाधड़ी नही हुई बल्कि इसने अपनी स्वेच्छा से जमीन का सौदा किया और बेंचा। मामले में कोई तो पेंच है जिससे लोगो को यह गुमराह कर बदनाम कर रहा है। सोचने का विषय है ये अबोध बालक तो नही है कि कोई धोखे से ले जाकर जमीन की रजिस्ट्री करा लें और उसे पता न चले। जानकारी के अनुसार मामले में एक गिरोह सामिल है जो कुछ लोगो को बदनाम करने की नीयत से उक्त व्यक्ति से ऐसे कार्य करा रहा है। प्रशासन को भी मामले में गंभीरता से तमाम पहलुओं की जांच करनी चाहिए।
मैहर से नीरज परोहा की रिपोर्ट
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