सरदारपुर से राहुल राठौड़
राजोद। राजोद साजोद स्थित श्री गौपाल गौशाला पर चल रहे गौ तीर्थ धाम पर चल रहे एक कुंडीय महायज्ञ के दौरान मालवा के प्रसिद्ध संत पं. कमल किशोर नागर ने कहा की दुख का घर कही नही है बल्कि हर घर मे दुख है दुःख को अपना मित्र बना लो तो वो भी आनंद देगा।आनंद ही परमानंद है। माता सीता को भी 14 बरस का वनवास भोगना पडा उन्हें भी दुख आया।जीवन मे दुख आते रहते हैं।उन सभी दुखो को हरण हरि भजन के द्वारा हो सकेगा।आजकल के लोग भगवा पहनकर कर दिखावा करते है ढोंग करते है। ऐसी छली ढोगी लोगों से दुर रहे।भगवान का सुमिरन सदा करो । गौधाम गौशाला पर जाकर गौमाता की सदैव करना चाहिए। भग भोग उत्पन्न करता है इससे बचना कठिन है जो व्यक्ति इससे अपनी रक्षा करता है वस्तुतः वही भक्त हैं ।भग का अर्थ कामना है इच्छा से भोग है। पं.नागर ने कहा कि सच्चे मन से कथा सुनने से मोक्ष संभव हो सकेगा। किसी का कभी भी भरोसा मत तोडना ।बाल संत गोविंद नागर ने कहा कि लोग जीवन मे हेराफेरी करते करते जीवन निकल गया ।इसलिए हरि भक्ति कर सदमार्ग पर चलना चाहिए।प्रवचन के पुर्व गौतीर्थ धाम पर गौमाता की पुजा अर्चना कर गौमाता का प्रवेश करवाया गया।गो माता के जयकारे लगाए गए।
महायज्ञ मे आहुतियां डां. पं.राजेंद्र किशोर उपाध्याय के आचार्यत्व मे डलवाई गई। कथा सुनने आए लोगों का उत्साह कम नही पडा पांडल छोटा पड गया।लोगों द्वारा ठंडे पेयजल व्यवस्था की भी की गई थी। शुक्रवार को विश्वैशरी माता मंदिर से एक विशाल कलशयात्रा भी निकाली गई थी।जिससे बडी संख्या में महिलाएं बालिकाएं सिर पर कलश धारण किए हुए चल रही थी।
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