गुना
28/08/2025
, ज्ञेय और जनाने वाले हैं। वह उनकी विभूतियों के विषय में और अधिक जानना चाहता है। जिससे उसका मन अविचल रूप से भगवान की भक्ति में लग सके। इस आशय के विचार प्रकट करते हुए श्री राधे श्याम शर्मा ने कहा कि भगवान के यहां बुद्धि के चमत्कार तथा ऐसा ही और कुछ भी काम नहीं करता। बड़े से बड़ा आविष्कार भी भगवान की विभूतियों को का अनुभव करने में सक्षम नहीं है ,भगवान की कृपा से ही यह संभव है। जब तक व्यक्ति भगवान को नहीं जान पता तब तक उसकी मुक्ति का अनुभव नहीं होता फिर कुछ जानने को शेष बचता भी नहीं है। वे विगत बुधवार को प्रीतम सिंह यादव के गोपालपुर स्थित निवास पर विश्वगीताप्रतिष्ठानम् के मातृपुरम् गीता स्वाध्याय मंडल द्वारा आयोजित पुरम् गीतास्वाध्याय अंतर्गत बोल रहे थे। स्वाध्याय शिक्षक का दायित्व श्रीराम सिंह रघुवंशी ने संभाला।
श्रीरामावतार गुप्ता ने
गणेश चतुर्थी के अवसर पर महाभारत के लेखक एकदंत भगवान श्रीगणेश की स्तुति सुनाई वहीं श्रीराम शंकर दुबे ने सभी को कर्तव्य मार्ग पर डट जाने की प्रेरणा दी और सुभाषित सुनाकर आत्मा की अमरता बताई। श्री केशव बैरागी ने आरंभिक प्रेरणा गीत प्रस्तुत किया। प्रेरक प्रसंग के माध्यम से प्रभु को अपने ही भीतर प्राप्त करने की प्रेरणा देते हुए श्री भोगीराम साहू ने आगामी बुधवार को आयोजित होने जा रहे पुरम् गीता स्वाध्याय हेतु गीता जी की गरिमामय अगवानी की और सभी को स्वनिवास पर दोपहर 4:00 बजे आमंत्रित किया।आयोजन में नियमित गीतास्वाध्यायी जनो सहित श्री सुरेन्द्र सिंह यादव
कु प्राची , साक्षी यादव तथा अन्य धर्मप्रेमी जन सम्मिलित हुए।
प्रेषक
मनोज शर्मा
प्रचार-प्रमुख
गीता स्वाध्याय मंडल गुना
90398 71197
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