मध्यप्रदेश की जबलपुर एस टी एफ को बड़ी कामयाबी, 599 किलो गांजा ट्रक सहित जब्त लगभग क़ीमत एक करोड़ 80 लाख रूपये
जबलपुर।
मध्यप्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) इकाई जबलपुर ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल करते हुए ओडिशा से मध्यप्रदेश लाया जा रहा 599 किलोग्राम गांजा ट्रक सहित जब्त किया है। जब्त गांजे की अनुमानित बाजार कीमत करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये, जबकि ट्रक की कीमत लगभग 30 लाख रुपये बताई जा रही है।
एसटीएफ को यह सफलता छत्तीसगढ़–मध्यप्रदेश सीमा से लगे जिला अनूपपुर के घने जंगल क्षेत्र में मिली। तस्करों ने ट्रक में लोहे की चादरों से बना विशेष गुप्त कम्पार्टमेंट तैयार किया था, जो बाहर से दिखाई नहीं देता था। इसी छिपे हुए हिस्से में गांजे के पैकेट्स रखकर परिवहन किया जा रहा था।
यह कार्यवाही पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश श्री कैलाश मकवाणा के निर्देशन में चलाए जा रहे “नशे से दूरी” अभियान के तहत की गई। अभियान के अंतर्गत एसटीएफ प्रमुख/विशेष पुलिस महानिदेशक पंकज कुमार श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में एसटीएफ इकाई जबलपुर लगातार प्रभावी कार्यवाही कर रही है।
गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ जबलपुर श्री राजेश सिंह भदौरिया के निर्देशन में दो विशेष टीमों का गठन किया गया। टीमों का नेतृत्व उप पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार तिवारी एवं निरीक्षक गणेश सिंह ठाकुर ने किया।
कार्रवाई के दौरान संभल (ओडिशा) से मैहर (मध्यप्रदेश) जा रहे ट्रक क्रमांक JH 02-BL-7103 को थाना जेतहरी क्षेत्र के घने जंगल मार्ग पर रोका गया। एसटीएफ टीम ने अंधेरे में करीब 20 से 25 किलोमीटर तक ट्रक का पीछा कर तस्करों को दबोच लिया।
इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है—
अंकित विश्वकर्मा, निवासी जिला सीधी
धनंजय सिंह पटेल, निवासी जिला सतना
गिरफ्तार आरोपियों से गांजे के स्रोत, तस्करी नेटवर्क और संभावित खरीदारों–विक्रेताओं के संबंध में गहन पूछताछ की जा रही है।
इस साहसिक कार्यवाही में उप निरीक्षक गोपाल प्रसाद विश्वकर्मा, प्रधान आरक्षक निर्मल सिंह पटेल, अंजनी पाठक, विनय कोरी, संपूर्णानंद तथा आरक्षक मनीष तिवारी, निलेश दुबे, राहुल रजक, रूपेश राय एवं नारायण प्रसाद लोधी की भूमिका सराहनीय रही।
👉 मध्यप्रदेश एसटीएफ की यह कार्यवाही नशा तस्करों के खिलाफ एक बड़ा संदेश है और “नशे से दूरी” अभियान को नई मजबूती प्रदान करती है।

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