एक तरफ महंगाई की मार दूसरे कुदरत का हुआ जल
प्रहार भिंड जिले के अन्नदताओं के चेहरे सूखे
भिंड जिले की मेहगांव जिला तहसील में किसानों की सरसों 90% सरसों की बुवाई हो चुकी थी लेकिन खेतों में पानी भरने के कारण सरसों की फसल भी नहीं हो पाएगी खेतों में दोबारा बुवाई करना पड़ेगीअंचल में बीते शाम से शुरू हो रही बरसात ने कोहराम मचा कर रख दिया, किसानों की फसल जो कुछ ही दिनों के अंतराल में कटने वाली थी वह पूरी तरह से बरसात के पानी मे नस्ट हो गई। रविवार की शाम से ही अचानक काली घटाएं आकर किसानों की किस्मत पर बरसने लगी और खेतों में खड़ी पकी फसल पूरी तरह से नस्ट हो गई इस कारण से किसानों के ललाट पर चिंता की लकीरें साफतौर पर देखी जा सकती है ।
अंचल के मेहगांव विकासखंड में रविवार को हुई बरसात के बाद ही विकासखंड में फसल का भारी नुकसान हुआ है, वहीं किसानों ने मीडिया से चर्चा में बताया कि किसानों पर प्रकृति का प्रकोप लगातार जारी है ऐसे में किसानों की आर्थिक स्थिति बदहाल हो गई, पूर्व में कई गाँवों में बाढ़ आपदा से किसानों को आर्थिक क्षति हुई थी और अब फसल नष्ट होने से फिर भूखमारी जैसी स्थिति किसानों के जीवन मे बनकर उभर रही है । ऐसे में जब स्थानीय हल्के के पटवारियों एवं अधिकारियों से चर्चा करने पर उनके द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के बाद कार्यवाही करने का हवाला दिया गया, प्रश्न यह उठता है कि किसानों के हुए नुकसान का मुआबजा शासन के द्वारा उन्हें दिया जाएगा या फिर नहीं यह एक विचारणीय प्रश्न बना हुआ है ।
गिरजेश पचौरी पत्रकार मेहगांव मो.9926264754
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