इरफान अंसारी रिपोर्टर
भैरवगढ़ जेल में चरस ले जाने वाले जेल प्रहरी शाजापुर और कन्नौज की जेल से भाग ना सके, ऐसी व्यवस्था जेल अधीक्षक उषाराज ने की, जेल अधिकारियों को निगरानी रखने के निर्देश दे दिए।


उज्जैन केंद्रीय जेल तत्कालीन जेलर संतोष कुमार लड़िया द्वारा जेल प्रहरीयों से अवैध गतिविधियां संचालित करवाने का कारोबार कर रहा था जेल के अंदर अवैध मादक पदार्थ चरस गांजा के अलावा अन्य नशे की सामग्री जेल प्रहरी द्वारा बंदियों के पास भिजवा कर उनके परिवार वालों से लंबी रकम लेता था जब जेल अधीक्षक उषा राज ने सारे अवैध गतिविधियों पर नजर रखकर प्रतिबंधित कर दिया उसके बाद जेल अधीक्षक उषा राज ने अपने विश्वसनीय मुखबिर को जिन जेल प्रहरीयो पर शंका थी उन पर निगरानी रखने को लेकर निर्देश दे दिए।
जब जेल अधीक्षक उषा राज ने अपने मुखबिर को इस प्रकार की घटनाओं पर निगरानी रखने को लेकर निर्देश दिए यह बात किसी को जेल वाले जेल प्रहरीयों को मालूम नहीं थी।
अचानक तस्करी करने वाले जेल प्रहरी ने देखा अधीक्षक उषा राज काल भैरव बाबा की सवारी में लगी हुई है मौके का फायदा उठा लो मुंह में दबाकर चरस जेल के अंदर ले जाने लगे जब 6:00 बजे ड्यूटी के दौरान यशपाल कहार मुंह में चरस ले जाकर जेल के अंदर प्रवेश किया चेकिंग कर रहे जेल अधीक्षक उषा राज के विश्वसनीय जेल प्रहरी ने देखा यशपाल का मुंह पान खाने जैसा क्यों लग रहा है ऐसा लग रहा है मुंह में पान दबाए हुए हैं जब मुंह खुलवाने को लेकर बोला गया तो वह सोच में पड़ गया और मुंह खोलने से मना कर दिया बाबा काल भैरव के दर्शन कर बिना बताए पैदल चलकर जेल अधीक्षक उषा राज आकर अपने ऑफिस में चुपचाप बैठ गई ऑफिस का दरवाजा बंद किया और सीसी फुटेज कैमरे में निगरानी करने लगी सारा नाटक सीसी फुटेज कैमरे में जेल अधीक्षक उषा राज देख रही थी उसके बाद शाहरुख खान जेल प्रहरी मुंह में दबाकर चरस लेकर आया जब उसकी भी चेकिंग की गई तो धीरे से मुंह में से निकाल कर अपने साथी बलराम को धीरे से चरस की पुड़िया दे दी यह सब सीसी फुटेज कमरे में मॉनिटरिंग कर रही उषा राज देख रही थी तुरंत तीनों की चेकिंग करवाई और चरस बरामद कर निलंबित कर मुख्यालय शाजापुर कन्नौद अटैच किया खास बात तो यह है तीनों जेल प्रहरी फरार ना हो जाए उसके लिए अधिकारियों को निर्देश देकर विशेष निगरानी में रख दिया है।
इधर थाना प्रभारी प्रवीण पाठक अपनी टीम के साथ पहुंचकर तीनों जेल प्रहरीयों की गिरफ्तारी करेंगे और उनसे पूछताछ करेंगे आखिर कहां से इस प्रकार की वस्तुएं लेकर आए और उनको भी पुलिस आरोपी बनाने की तैयारी कर ली है।
पुलिस पूछताछ में यह भी पता चलेगा आखिर किसके लिए जेल प्रहरी इस घटना को अंजाम दे रहे थे और कब से दे रहे थे उसके अनुसार केस मजबूत बनेगा।
तत्कालीन जेलर संतोष कुमार लड़िया ने पूरी जेल को बिगाड़ कर रखा था एक कचरा बना कर रखा था जो आज उसका परिणाम सामने आ रहा था हमारे विश्वसनीय सूत्र बताते हैं तत्कालीन जेलर संतोष कुमार लड़िया जेल प्रहरी से इस प्रकार के कार्य करने को लेकर बाध्य करता था।
अभी तक जेलर संतोष कुमार लड़िया ने करोड़ों का खेल इस जेल से खेल लिया है अब मुख्यालय पर सेवा दे रहा है कई अधिकारियों को बदनाम करने में थोड़ी भी कसर नहीं इस लड़िया ने छोड़ी है।
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