Chief Editor

Dharmendra Singh

Office address -: hanuman colony gole ka mandir gwalior (m.p.) Production office-:D304, 3rd floor sector 10 noida Delhi Mobile number-: 9806239561, 9425909162

October 2025
M T W T F S S
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031  
October 19, 2025

सच दिखाने की हिम्मत

संजय गहलोद रिपोर्टर

लोगों को हमेशा मंदिर जाना चाहिए, मंदिर जाने से व्यक्ति में धर्म के प्रति आस्था बढती है। मनुष्य को अपनी कमाई का 10 प्रतिशत दान देना चाहिए। इसमें से कुछ अंश गो माता की सेवा में दान देना चाहिए। यदि व्यक्ति रूपए का दान नहीं कर सकता है तो उसे गो माता के लिए घास व दवाई का दान करना चाहिए। जो गरीब व्यक्ति गो सेवा का कार्य करता है उसे आर्थिक मदद कर दान करना चाहिए। घर का आंगन कभी कुंवारा नहीं होना चाहिए, पहले लोग अपने विवाह के पूर्व वर-वधू का घर आपस में देखने जाते थे और आंगन को गोबर से लीपकर घर से वैवाहिक कार्यक्रम करते थे, परंतु अब आधुनिकता की होड में लोग मैरिज गार्डन में वैवाहिक कार्यक्रम करते है इसलिए शादिया जल्दी टूटती है। कई बार तो वर-वधू एक दूसरे का घर भी नहीं देखते है, क्योंकि यह शल्य दोष का प्रभाव है। पति-पत्नी व बेटी-बेटियों में राधेकृष्ण जैसा प्रेम होना चाहिए। उक्त अमृत वचन राजवाडा प्रांगण में गो भक्त राठौड समाज द्वारा आयोजित श्री गो कृपा कथा के छठवे और समापन दिवस पर पूज्य साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती दीदीजी ने श्रद्धालुओं को कथा के दौरान खचाखच भरे पांडाल में कही। प्रारंभ में पूज्य दीदी ने गौ माता का पूजन किया। श्रद्धा दीदी ने कहा कि यदि सामूहिक व सामूदायिक भोज में भोजन के पहले तेरह थाली गो माता को भोग लगाएं तो कभी भोजन कम नहीं पडेगा। कन्यादान सबसे बडा दान है, यदि कन्यादान में गो दान नहीं करे तो फल नहीं मिलता है। यदि वर पक्ष गो दान स्वीकार नहीं करे तो ऐसे लोगों से वैवाहिक रिश्ता करना अच्छा नहीं है। दहेज न तो लेना चाहिए और न ही देना चाहिए। जो दहेज मांगता है वह इस दुनिया में भिखारी के समान है। दहेज आज के युग में बहुत बडी बिमारी है। इस दुनिया में यदि सास-ससूर के पास धन संपत्ति है तो ही बेटा-बहू सेवा करते है, अन्यथा उन्हें उनके हाल पर छोड देते है। हमेशा अपने बच्चों को धर्म की शिक्षा देना चाहिए, आजकल के बच्चों को यह भी नहीं मालूम कि राम भगवान और कृष्ण भगवान का जन्म कहा हुआ। हर व्यक्ति को अपनी जन्मभूमि से लगाव होता है। चाय नशा है और इसको पीने से शरीर में बहुत नुकसान होता है इसलिए हमें इस नशे से दूर रहना चाहिए। कडी चेतावनी लिखी हुई होने के बाद भी लोग तंबाकू गुटखा खाते है, इसी नशे के कारण हिन्दूस्तान आज कमजोर हुआ है। आजकल देश में साजिश के तहत हिन्दू देवी देवताओं को बदनाम किया जा रहा है। नशा करना हो तो ठाकुरजी और गो माता की सेवा का करो।
उन्होने कहा कि मनुष्य को कभी भी तांत्रिक के चक्कर में नहीं पडना चाहिए। हमेशा गाय को ताजी रोटी खिलाना चाहिए, कभी भी गो माता को ठंडी और बासी रोटी नहीं खिलाना चाहिए। घर में तीसरी या चौथी रोटी बनती है वही गाय को सबसे पहले खिलाना चाहिए। गो माता जीवन के साथ साथ मृत्यु को भी सुधारती है, कभी भी घ्रर का जूठन गो माता को नहीं खिलाना चाहिए नहीं तो नरक में भी जगह नहीं मिलती है। कर्ण का अंतिम संस्कार इसलिए ठाकुरजी ने हथेली पर किया क्योंकि देश की भूम पवित्र नहीं थी। कथा के दौरान साध्वी दीदी ने जय जय गो माता जय जय नंदी बाबा, जाकी राही भावना जैसी प्रभु को रखे, जीवन संवारा है मरण शुभ बना देना मै शरण पडा तेरी भव पार लगा देना भजन गए वैसे ही पांडाल में मौजूद श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। मीडिया प्रभारी कृष्णकान्त बेडिया ने बताया कि आज कथा में सभी महिलाएं चुनरी पहन कर आई थी। पूज्य दीदी आज स्थानीय जैन मंदिर भी पहुंची, जहां जैन समाजजनों ने उनका श्रीफल से बहुमान किया। जैन समाज अध्यक्ष मनीष जैन ने बताया कि साध्वी जी ने मंदिर में देव दर्शन व गुरू दर्शन किए। इस दौरान राठौड समाजजन भी मौजूद थे, जिनका अभिनंदन जैन समाजजनों ने किया। कथा में कार्यक्रम का संचालन राठौड युवा मंच अध्यक्ष कमल राठौड ने किया। आज मंच से राठौड समाज को आगे बढाने व रणछोड राय मंदिर के पुर्ननिर्माण में अपना पूर्ण सहयोग देने के लिए रामाश्रय परिवार के स्व. हीरालाल जी राठौड को विशेष रूप से याद किया गया। मंच पर सात दिन तक पूज्य दीदी के साथ आए अनिल जी वायलिन वादक, रामप्रसाद राव साहब भजन गायक व कालू भाई तबला वादक व पकंज जोशी फोटोग्राफर ने अपनी सेवाएं दी। आरती व्यवस्था, प्रसाद पंडाल व संत निवास व्यवस्था में टीना कमल राठौड, किर्ती राठौड, सलोनी राठौड, मोनिका राठौड, अध्यक्ष ज्योति सुनिल राठौड, सविता कोठारी, कांतिलाल राठौड योगेन्द्र रेडियो, दीपक संतोष राठौड, श्याम राठौड सेन्डी, गौरव अगाल, कुलदीप राठौड का योगदान रहा। मंच पर अतिथि नपाध्यक्ष रितेश डावर, भाजपा के वरिष्ठ नेता भदु भाई पचाया, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष किशोर शाह, समाजसेवी कृष्णकान्त कोठारी, बब्बू सेठ, विरेन्द्र गुप्ता, राजेश राठौड राठौड बस, शिवजी राठौड व परिवार का दीदी ने दुपट्‌टा ओढाकर स्वागत किया। राठौड समाज अध्यक्ष किशनलाल राठौड ने महाराजा कमलेन्द्रसिंह व राजवाडा परिसर उपलब्ध करवाने के लिए नपा उपाध्यक्ष मकू परवाल एवं रमेश चौधरी, सभी मीडियाकर्मियों, भानुप्रता बाहेती, प्रसाद समिति व नगर और बाहर से सभी श्रद्धालुओं तथा गो सेवा के लिए दान करने वाले भामाशाहों का आभार व्यक्त किया। अंत में महाआरती के साथ महाप्रसाद का वितरण हुआ।
राठौड युवा मंच अध्यक्ष कमल राठौड ने बताया कि समापन पर बुधवार को भव्य शोभायात्रा बैंड बाजो व ढोल ढमाको के साथ राजवाडा से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मागों से होते हुए रणछोड राय मंदिर पहुंची, पूज्य दीदी ने बग्घी पर सवार होकर सभी का अभिवादन किया। मंदिर में पूजा अर्चना के बाद प्रसाद का वितरण हुआ।