मेहगांव -आज के ही दिन हमारे भारत देश के वीर सपूतों को फांसी हुई थी हम यह दिन कभी नहीं भूल सकते है – तोमर
मेहगांव-यही वो दिन है जब भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी। तीनों ने लाहौर की सेंट्रल जेल में अपनी आखिरी सांस ली। भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु ने 1928 में लाहौर में एक ब्रिटिश जूनियर पुलिस अधिकारी जॉन सॉन्डर्स की गोली मारकर हत्या की थी। भारत के तत्कालीन वायसरॉय लॉर्ड इरविन ने इस मामले पर मुकदमे के लिए एक विशेष ट्राइब्यूनल का गठन किया। ट्राइब्यूनल ने तीनों को फांसी की सजा सुनाई। 24 मार्च का दिन फांसी के लिए तय हुआ। इधर देश में क्रांतिकारी आग भड़कने लगी। लोगों के गुस्से को देखते हुए अंग्रेजों ने तय समय से 11 घंटे पहले 23 मार्च को तीनों को फांसी दे दी। तीनों क्रांतिकारियों को याद करने के लिए आज के दिन को शहीद दिवस के तौर पर मनाया जाता है। ऐसा एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष अंकित तोमर ने बताया और उनके साथ में अन्य कार्यकर्ता भोले गुर्जर जिला महासचिव, कृष्णा गुर्जर विधानसभा उपाध्यक्ष , मनीष गुर्जर, अंशु भदौरिया, अंशुल शुक्ला मौजूद रहे
गिरजेश पचौरी पत्रकार मेहगांव मो.9926264754
More Stories
पांचो दिशाओं से पाकिस्तान की घिरती तबाही — आतंक, विद्रोह और भीड़तंत्र के बीच बिखरता राष्ट्र
जैश-ए-मोहम्मद की नई चाल — महिला विंग का गठन और बदलती आतंक रणनीति का खतरनाक संकेत..
यंग एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर – 2025” से सम्मानित हुए नितेश गंगारामानी