अभिषेक शर्मा रिपोर्टर

स्वच्छता के नाम पर प्राइवेट जेसीबी से लाखों रुपए का बिल निकाल कर ,निकाली जाती है मोटी रकम
जमीनी स्तर पर नहीं हो रही है साफ सफाई
नगर परिषद द्वारा जनता के धन का किस प्रकार दुरुपयोग किया जा रहा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लाखों रुपए कीमत की जेसीबी मशीन खराब हालत में नगर परिषद के के ग्राउंड में कबाड़ जैसी हालत में, बंद पड़ी है यही गनीमत है कि नगर में अभी बारिश का समय नही है यदि बारिश का समय होता तो नगर में जगह-जगह होने वाले जलगांव से निपट ने नगर परिषद के पसीने छूट जाते। क्योंकि नगर परिषद के बेड़े में कहने को तो वन जेसीबी है जो जेसीबी कबाड़ हो चुकी है। जेसीबी मशीन नगर परिषद के ग्राउंड में बंद स्थिति में खड़ी हुई है। जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि नगर परिषद ने सफाई व्यवस्था, अतिक्रमण हटाने सहित जलप्लावन व अन्य कार्यों के लिए प्राइवेट जेसीबी का उपयोग किया जाता है। जिसमें स्वच्छता के नाम पर लाखों रुपए का बिल लगाकर मोटी रकम निकाल ली जाती है। अगर यही जेसीबी मशीन नगर परिषद की होती तो जनता के द्वारा कर टैक्स आदि का जमा पैसा नगर परिषद में विकास के लिए उपयोग किया जा सकता है। परंतु यहां पर प्रशासक जनप्रतिनिधि द्वारा आज तक किसी ने इस और ध्यान देना उचित नहीं समझा।
लगभग पिछले 5 सालों से यह जेसीबी नगर परिषद मैं कबाड़ की हालत में खराब पड़ी हुई है। लेकिन अब तक सुधार हेतु नगर परिषद द्वारा ध्यान नहीं दिया जा सका। वही जेसीबी मशीन सुधवाने की दिशा में न तो जिम्मेदार अधिकारी ध्यान दे रहे और न ही जनप्रतिनिधि नगर निकाय में साफ सफाई के लिए मध्यप्रदेश नगर निकाय एवं नगर परिषद को लाखों रुपये स्वच्छता के लिए दिए जाते है। जिस मशीन के बड़ी बड़ी नालिया या बड़े नाले नदिया गहरीकरण अतिक्रमण आदि के कार्य करती है। वह नगर परिषद के गेट अन्दर के कबाड़ की जैसी हालत में ख़राब बंद पड़ी पड़ी कबाड़ हो रही है। वही नगर परिषद नगर के जनता के पैसे का उपयोग प्ररावेट जेसीबी मशीन नगर में साफ सफाई में लगवा कर लाखो रुपये खर्च कर रहे। जिससे नगर के पैसा अधिक मात्रा में खर्च हो रहा है।
इनका का कहना है
मेने नगर परिषद से जेसीबी के कोटेशन मंगवाए है देखते है अगर पुरानी जेसीबी मशीन कम लागत से सुधरने की स्थिति में होगी तो सुधरया जाएगा नही तो नवीन जेसीबी का प्रस्ताव भेज कर कलेक्टर सर से अनुमोदित करवाया जाएगा ।
पल्लवी वैद्य एसडीएम
अनुविभागीय अधिकारी खिलचीपुर ।
इनका कहना है
1हां मेरे संज्ञान में यह मामला आया कई समय से नगर जेसीबी मशीन बंद पड़ी हुई है । और इसको ठीक कराने में पहले घपला हुआ है। जिसकी शिकायत हुई थी । इसकी जांच करा कर इनमें कौन कौन दोषी है उन पर कार्रवाई होना चाहिए।
2वही खराब पड़ी जेसीबी को तत्काल ठीक करवाना चाहिए। जिससे कि प्राइवेट जेसीबी में लग रहा पैसा का सदुपयोग हो सके।
3 वहीं नई जेसीबी की आवश्यकता तब होती है जब यह जेसीबी सुधरने लायक ना हो ।
4 यह भी जांच होना चाहिए की जेसीबी मशीन बार बार खराब कैसे हो जाती है।
इनका कहना है
प्रियव्रत सिंह
क्षेत्रीय विधायक खिलचीपुर
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