*टीम को देखकर ग्रामीण भड़क उठे और घेराबंदी कर वनकर्मियों की पिटाई करने लगे*
दंतेवाड़ा: उड़नदस्ता बचेली की टीम सोमवार रात मुखबिर की सूचना पर टिकनपाल ग्राम में छापामार कार्रवाई करने पहुंची. टीम को देखकर ग्रामीण भड़क उठे और घेराबंदी कर वनकर्मियों की पिटाई करने लगे. खुद का बचाव करते वनकर्मी वहां से भाग निकले. इस मामले की जानकारी के बाद किरंदुल थाने से पुलिस टीम टिकनपाल ग्राम पहुंची. गांव से दो घायल कर्मचारियों को बचेली अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है.

छत्तीसगढ़ वन विभाग के उड़नदस्ता प्रभारी लक्ष्मीरायण नागे इस मामले की एफआईआर कराने थाना पहुंचे. उन्होंने लिखित आवेदन पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराया है कि “टिकनपाल पटेलपारा में अवैध रूप से लकड़ी के फर्नीचर बनाने की मुखबिर से सूचना मिलने पर कार्रवाई के लिए स्टाफ रवाना हुआ था. सामने चल रहे वन रक्षक शिवराज, उमेश कुमार नेगी को टिकनपाल निवासी भीमा ताती, जोगा ताती और पोदिया ताती द्वारा रोककर गालीगलौज किया गया और उनके साथ मारपीट करने लगे.” प्रार्थी ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है.
डीएफओ संदीप बलगा का कहना है “कि बीती रात मुखबिर की सूचना पर टिकनपाल ग्राम में सागौन लकड़ी का जखीरा होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद दंतेवाड़ा बचेली की संयुक्त टीम छापामार कार्रवाई करने पहुंची थी. उसी वक्त ग्रामीणों ने टीम को चारों तरफ से घेर लिया और उनसे मारपीट की. जिसमें हमारे दो वन कर्मी घायल हुए हैं, उनका उपचार बचेली अपोलो हॉस्पिटल में चल रहा है. वहीं इस मामले को लेकर किरंदुल थाने में एफआइआर भी की गई है. पुलिस इस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है.”
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