*लोकायुक्त की टीम ने 10 हजार रुपए लेते पकड़ा*
रीवा।जिले के मनगवां में पदस्थ एसडीएम रीडर कमलेश तिवारी को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गुरुवार को लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसके बाद तिवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। जमीन पर स्थगन की फाइल को हटाने और उसे खारिज करने के एवज में शिकायतकर्ता से आरोपित रीडर के द्वारा रुपए की मांग की गई थी।

डीएसपी लोकायुक्त राजेश पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम सेमरी कला निवासी शिकायतकर्ता विपुल मिश्रा ने लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की थी कि मनगवां एसडीएम ए.के सिंह के रीडर कमलेश तिवारी ने जमीन पर स्थगन की फाइल को हटाने तथा खारिज करने के एवज में उससे 10 हजार रिश्वत की रकम की मांग की जा रही है। इसके बाद उनकी शिकायत की जांच की गई। प्रकरण सही पाए जाने पर बुधवार को टीम के साथ अनुविभागीय कार्यालय राजस्व मनगवां में दबिश दी गई। इस दौरान शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये रिश्वत लेते कमलेश तिवारी एसडीएम रीडर को रंगे हाथ पकड़ा गया। इस कार्रवाई की बात से राजस्व अमले में हड़कंप मच गया है। यह कार्रवाई राजेश पाठक डीएसपी, इंस्पेक्टर जिआउल हक , उप निरीक्षक आकांक्षा पांडे, सुरेश साकेत, प्रेम सिंह, लवलेश पांडे, मुकेश मिश्रा, पवन पांडे, मनोज मिश्रा, सहित 15 सदस्यीय टीम शामिल रही।
आरोपी रीडर बिना पैसे के काम नहीं किया। बल्कि कई माह से घूमा फिरा रहा था। जिससे धक हारकर किसान कुछ दिन पहले लोकायुक्त ऑफिस आया। रीडर के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने पर दबिश दी। जहां जेब में रुपए रखते ही टीम पहुंच गई।
लोकायुक्त एसपी ने कहा कि एसडीएम के वाहन चालक कृष्णेन्द्र कुमार वर्मा को भी आरोपी बनाया गया है। साथ ही संबंधित फाइल जब्त कर ली गई है। फाइल की जांच में जो भी दोषी होगा और जिसकी भूमिका समाने आएगी। उसको भी और आरोपी बनाया जा सकता है।
More Stories
नपाध्यक्ष हेमकुंवर मेवाड़ा ने सौंपे हितग्राहियों को संबल अनुग्रह सहायता राशि के स्वीकृति पत्र
दक्षिण पन्ना वन विभाग का ग्राम विकास में अभिनव प्रयास : सौर ऊर्जा से रोशन हुए 10 गाँव
आष्टा जूनियर त्रिकोणीय सीरीज लेदर बॉल क्रिकेट का हुआ समापन