ऐसा ही एक मामला भिंड जिले के गोहद जनपद के ग्राम पंचायत गुरियांची का आया जंहा पर महिला सरपंच होने पर । सरपंच के सारे कार्यो को सरपंच पति और ससुर जी करते नजर आ रहे हैं । एक तरफ सरकार महिलाओं को 50% आरक्षण देकर उनको आगे बढ़ने के लिये प्रोत्साहित कर रही हैं दूसरी तरफ महिला सरपंच होकर भी पाबंदियों में दिखाई दे रही हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सभी नवनिर्वाचित सरपंचों को ग्राम सभा मे स्वयं का उपस्थित होना अनिवार्य किया था वहीं ग्राम पंचायत गुरियांची की सरपंच एवं उपसरपंच द्वारा ग्राम सभा मे उपस्थित नही हुये। इनके पति और ससुर ने ग्राम सभा मे भाग लिया। मुख्यमंत्री के आदेशों को ताक में रखकर सरपंच ने उड़ाई धज्जियाँ । क्या होगा ऐसी पंचायतों का विकास क्या सरपंच अपने घरों में ही रहकर करेगी सरपंची की पूरी 5 साल पूर्ण । देखिये शासन द्वारा इस खबर पर क्या ठोस कदम उठाया जाता हैं । बने रहिए हमारे साथ
More Stories
आज जानकारी मिली कि नगर का एक परिवार जिसमें माता की पूर्व मृत्यु हो चुकी हे पिता कमल जी मेवाड़ा एक होटल संचालित कर रहे हे
निवाड़ी जिले में कृषि यंत्रों हेतु पंजीयन प्रारंभ, कृषकों के लिए कृषि यंत्रों पर 40 से 50 प्रतिशत तक अनुदान
योगभ्रष्ट साधक उचित लोकों से होते हुए श्रीमान के घर में जन्म लेकर अपना साधना क्रम आगे बढ़ाता है, वैराग्यवान् साधक जो योगमार्ग से भटक गए वे