*पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों पर लगाया गैर जिम्मेदाराना जवाब देने का आरोप*
विशाल भौरासे रिपोर्टर

बैतूल। जिले के अफसर गौशाला की व्यवस्था सुधारने को लेकर लगातार बेपरवाह बने हुए हैं। बिजली-पानी की समस्या के चलते गौशाला संचालन में परेशानी हो रही है। योजना के तहत सभी गौशालाओं के संचालन के लिए जिला प्रशासन द्वारा समीक्षा की जा रही है, लेकिन नतीजा सिफर है।
गौरतलब है कि गौतम गौशाला भड़कावाड़ी ग्राम पंचायत जिला मुख्यालय से 12 कि.मी. की दूरी पर स्थित है, वर्तमान में गौशाला में 113 गौवंश है। गौशाला में बिजली की व्यवस्था न होने के कारण विगत 5 वर्षों में टैकरों से पानी लाया जा रहा है। पूर्व में इस विषय को लेकर गोसेवक अनिल झाम द्वारा प्रशासन को अवगत कराया गया था, इसके बाद भी आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। गोसेवक अनिल झाम ने बताया कि एक गौशाला को अनुदान की अपात्रता न होने के कारण जो राशि जिला गौपालन एवं पशु संवर्धन जिला बैतूल के पास शेष है। वह राशि गौतम गौशाला को दी जाये, ताकि वह ट्रांसफार्म लगाकर अपनी विद्युत व्यवस्था कर सके। श्री झाम ने बताया कि इस संबंध में उन्हें पशु चिकित्सा विभाग द्वारा उत्तर में यह बताया गया कि यह राशि भूंसा- चारा हेतु है, विद्युत व्यवस्था हेतु नहीं दी जाएगी। उन्होंने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में उल्लेख किया कि जिला गौपालन समिति के अध्यक्ष कलेक्टर है। इस विषय को कलेक्टर की जानकारी में लाये बगैर विभाग द्वारा यह गैर जिम्मेदाराना उत्तर दिया गया है। पूर्व में जिला गौपालन समिति के पास जो राशि शेष थी उसमें से तिवरखेड़, गौशाला को राशि दी गई थी। श्री झाम ने आग्रह किया है कि जिला गौपालन समिति के पास जो राशि है वह गौतम गौशाला की गंभीर समस्या को देखते हुए दी जाए ताकि वह ट्रांसफार्म लगाकर अपनी समस्या का समाधान कर सके।
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