बी.एल.सूर्यवंशी रिपोर्टर



मध्यप्रदेश के धार जिले की बदनावर तहसील के अंतर्गत ग्राम काछीबड़ौदा व क्षेत्र के कई ग्रामों में किसानों ने अपने खेतों में मटर की फसलो की बोवनी कर चुके थे। बेमौसम में अतिवर्षा होने से मटर की फसलों की बोवनी किये हुए किसानों के खेत तालाबों में तब्दील हो चुके थे। जिसके कारण किसानों की मटर की फसलें पूरी तरह सड़ चुकी हैं। जिसके चलते ग्राम काछीबड़ौदा, छोटा कठोडिया, धमाना, खेरवास, कल्याणपूरा, कारोदा, मियाखेड़ी, सिलोदिया, पालीबड़ौदा, ढोलाना कलां आदि कई ग्रामों के किसानो ने मटर की बोवनी खेतो में दोबारा करना पड़ रही हैं। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि विगत तीन-चार वर्षों से कोरोना ने मार दिया साथ ही इस वर्ष सोयाबीन की फसलों में पीला मोजेक कीड़ा लगने से सोयाबीन की फसलें पूर्ण रूप से बर्बाद हो चुकी है। साथ ही जैसे तैसे महंगे भाव की मटर की फसलें लगाई थी अति वर्षा होने के कारण वह भी पूर्ण रूप से सड़ चुकी है। ग्राम काछीबड़ौदा व क्षेत्र के किसानों ने शासन-प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग करते हुए बताया कि हम बेबस किसानों ने ले रखें बैंकों से ऋण व के.सी.सी.के साथ ही बाजार से लिया गया कर्ज इन्हें कैसे चुका पाएंगे। साथ ही आर्थिक भोज से मानसिक संतुलन ना बिगड़े व परिवार का पालन-पोषण कर सके। अगर शासन-प्रशासन द्वारा इन बेबस किसानों को मुआवजे के रूप में सहयोग प्रदान नहीं करती है। तो कई किसान मौत के घाट उतर जाएंगे व बेमौत मर जायेंगे।
More Stories
नपाध्यक्ष हेमकुंवर मेवाड़ा ने सौंपे हितग्राहियों को संबल अनुग्रह सहायता राशि के स्वीकृति पत्र
दक्षिण पन्ना वन विभाग का ग्राम विकास में अभिनव प्रयास : सौर ऊर्जा से रोशन हुए 10 गाँव
आष्टा जूनियर त्रिकोणीय सीरीज लेदर बॉल क्रिकेट का हुआ समापन