जिला ब्यूरो चीफ मुकेश अम्बे



**ग्राम देवनली जिला बड़वानी **
सड़क पर हो रहे है गड्डे,दो पहिया और चार पहिया वाहनों को होती है खासी परेशानी ।
ज्ञात हो कि कांस्टर्शन कंपनी महू के द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत नागलवाड़ी रोड से देवनली 1.40 किलो मीटर की रोड बनाई थी जिसको आजतक नही किया गया मरम्मत।
इस सड़क की कुल लागत 60.970 लाख है और जिसको बनाने का जिम्मा बालाजी इंफ्रास्टेंशन महू को सोफा गया था और जिसको इस कंपनी ने 2019 बनाई थी परंतु आज दिनांक तक उसकी कोई भी मरमत नही की गई है ।
जबकि इसकी मरमत की राशि भी 18.9 लाख दी गई है परन्तु कंपनी इसपर लापरवाही करती नजर आ रही है ।
बड़वानी जिले में सड़कों की जाल बिछा कर विकास के दावे किए जा रहे हैं। गांव-गांव में आवागमन के लिए सड़कें बनाई जा रहीं हैं। पर देखरेख के अभाव एवं गुणवत्ता में कमी के चलते ये सड़कें समय से पहले ही जर्जर हो रहीं हैं और अब ये जनता के लिए परेशानी का सबब बनकर आए दिन दुर्घटना को आमंत्रित करते रहती हैं। मजबूरी में जनता उन बदहाल सड़कों पर जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने को मजबूर है। खास बात तो यह है कि इन सड़कों पर विकास का वादा करने वाले जनप्रतिनिधि भी यात्रा करते हैं। पर वे भी पद में आने के बाद अपने वादे भूल जाते हैं।तीर्थ स्थल नागलवाड़ी रोड को जोडऩे वाली देवनली ग्राम की सड़क काफी इंतजार के बाद बनी थी। ग्रामीणों ने बताया कि घुशगाव गांव और देवनली के बीच में करीब 4 किलोमीटर की सड़क का काम काफी सालों से अटका हुआ था। काफी मांग के बाद सड़क का निर्माण पूरा हुआ था। पर बनने के कुछ ही महीनों बाद सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी। 1.40 किलोमीटर की सड़क काफी खस्ताहाल में है। वर्तमान में इस सड़क की हालत यह है कि कई स्थानों पर सड़क है या नहीं, इसका पता ही नहीं चलता। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं। इस मार्ग पर दर्जनों यात्री बसें और दो पहिया, चार पहिया वाहन चलते हैं। जहां यात्री यात्रा के पहले भगवान को याद करते हैं।
देवनली का
यह सड़क भिलट देव मंदिर की ओर जाती है। इस मार्ग से चार से पांच गांव भी जुड़े है ,और यहां से किसानो को भी अपनी फसल लाने ले जाने में खासी परेशानी होती है । ओझर मंडी ले जाने के लिए प्राय: इस मार्ग का ही उपयोग करते हैं। वहीं अधिकारी भी सड़क की हालत से भलीभांति परिचित हैं, फिर भी िनर्माण कार्य की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बार-बार मांग के बाद भी नहीं सुधरी दशा
इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों को इस सड़क के सुधार करने की मांग की। पर आज तक न तो सड़क सुधरी और न ही लोगों को राहत मिली। जिसके कारण इस क्षेत्र के ग्रामीण व्यथित हैं। सड़क की उपेक्षा से यह साबित हो जाता है कि उच्च पदों पर बैठे अधिकारी ऐसे मामलों में कितने संवेदनशील है ।
कार्य एजेंसी ने अभी तक नही करवाई है सड़क की मरम्मत।
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