एस पाटीदार रिपोर्टर



मां मंगला देवी जी मंदिर के प्रांगण में गीता ज्ञान प्रचारक समिति के तत्वाधान में श्रीमद् भागवत ज्ञान महोत्सव के कथाकार पंडित अनिल जी शर्मा ने सप्तम दिवस एवं समापन दिवस के अवसर पर कहा कि 25 दिसंबर 2022 को क्रिसमस डे के दिन को “तुलसी पूजन दिवस “के रूप मे मनाया जावे। हमारे भारतीय सनातन संस्कृति एवम ऋषियो के कहे शब्दो के अनुसार कार्य करें ।धर्म के कार्य में देवताओ को सबसे पहले आह्वान करना चाहिए।
यह धरती ऋषि-मुनियों की धरती है।भारत की पावन पवित्र भूमि है। गुरुदेव ,ईष्टदेवता,कुलदेवी का पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम श्रीमद् भागवत कथा पूजन अर्चन कर
” श्री कृष्ण: शरणम् मम् , एवम् श्री कृष्ण: शरणम् मम ।श्री कृष्ण जी की स्तुति, संगीत मय ध्वनि के साथ में की गई। वर्तमान परिवेष में मम्मी डेड कर पुकारा जाता है। जबकि हिंदू संस्कृति में ऐसा नहीं है ।मम्मी शब्द , ममी से आया है,जो कि पेटी मे बंद रखी हुई लाश होती है और डेड शब्द डेथ से आया है । जो कि मृत्यु है।। भारतीय हिन्दू सनातन संस्कृति के विरुद्ध है ।
” राम भजन में बड़ा मजा आता है। सत्संग में बड़ा मजा आता है ।” के गीत पर श्रृध्दालु झूम उठे और खूब नृत्य किए श्री शर्मा जी ने आगे बताया कि मम्मी को माताजी और डेथ को पिता जी महाराज कह कर संबोधित करना चाहिए। यह हमारे भारतीय कुल की परंपरा है। “🕉️ जय जगदीश हरे “की आरती की गई ।मुख्य यजमान सुरेश -भगवती पटेल सप्त निक ,अमित शर्मा, जगदीश पाटीदार अध्यापक, रमेश कुशवाह ,नरेंद्र कामदार, अनिल शर्मा, नीलेश जैन, लोकेश पाटीदार ,विकास शर्मा, संतोष, गोविंद,संजय अग्रवाल,रमेश काग, प्रह्लाद मंडलोई,बुदा बाबा,जितेन्द्र , मुकेश पाटीदार, नटवर लाल विश्व कर्मा आदि उपस्थित थे।
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