महेंद्र चौहान रिपोर्टर






वैसे तो गौ माता की रक्षा हमेशा सर्वो परी रहा है, क्युकी गाय को माता का दर्जा दिया जाता है किंतु अभी के दौर में लोग केवल व्यापार तक ही सीमित रह गए हैं।जिसका जीता जागता उदाहरण कल रात्री को देखने को मिला जिसमें,एक गाय ने 10से12 घंटे पहले जन्म दिए बच्चे को कुत्ते ने रोंद दिया।जिसकी सुध लेने के लिए गाय का मालिक नहीं आया किंतु जैसे ही गौ रक्षा सेवा समिति के सदस्यों को पता चला -वैसे ही गौ रक्षा सेवा समिति के सदस्यों ने गौ माता और उसके बच्चे को कुत्ते से बचाया। बच्चे का बचाव करने गई गौ माता पर भी कुत्ते ने किया था हमला, किंतु गौ रक्षा सेवा समिति के सदस्यों की सूझबूझ के चलते गौमाता और उसके बच्चे को कुत्तों से बचाया जा सका, उसके बाद गौ रक्षा सेवा समिति ने यह निर्णय लिया कि अब से जो भी गाय रात्री में कोई भी गाय खुली घूमती हुई पाई गई तो उस गाय को कांजी हाउस भेज दिया जाएगा। गौ रक्षा सेवा समिति पारा इकाई के सभी कार्यकर्ता एकत्रित होकर गौमाता को किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए पुलिस की मदद मांगने लगे। जिसमें पारा पुलिस चौकी प्रभारी नरेंद्र राठौर द्वारा एएसआई श्री शर्मा जी को मौके पर पहुंचा कर, गाय और उसके बच्चे को कालिका माता मंदिर के चौकीदार को सौंपी गई। जिससे कि गौ माता की और उसके बच्चे की सेवा व देखभाल अच्छे से हो सके। इस कार्य में गौ रक्षा सेवा समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष इम्तियाज निजामी, जिलाध्यक्ष राजू बैरागी एवं जिला मंत्री चेतन कहार, सतीश जी अजनार, लक्की जी बैरागी, शिवम डोडिया के साथ पारा नगर के अनेक धर्म प्रेमी जन उपस्थित थे।
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