महेंद्र चौहान रिपोर्टर








श्री राम कथा के सातवें दिन समापन कार्यक्रम रखा गया जिसमें धर्म रक्षक सेवा समिति के द्वारा सातों दिन वृंदावन से पधारे कथावाचक आचार्य महामंडलेश्वर 1008 स्वामी श्री श्री प्रणवानंद सरस्वती जी महाराज ने सातों दिन कथा का वाचन किया। कथा में कथावाचक महाराज जी ने बताया कि केवट एक मछुआरा था जिसमें मां गंगा मैया से एक मछली खा लेता था, उसके बाद भी भक्ति करता था। जिससे कथा का आशय यह है कि भगवान सबका होता है। भगवान श्री राम इतने दयालु थे कि उन्होंने सीता हरण के बाद भी रावण को कहा कि सीता जी को सम्मान के साथ लौटा दो मैं तुम्हें माफ कर दूंगा । हनुमान जी भी बहुत शक्तिशाली थे वे चाहते तो रावण को मारकर सीता माता को वापस ला सकते थे। पर रामजी का वचन था कि आपको सीता जी की खोज करके आना है और हनुमान जी ने भी श्री राम जी की आज्ञा का पालन किया। मनुष्य का सबसे बड़ा धन उसका परिवार है, परिवार सही मार्ग पर नहीं है तो वह धन किसी काम का नहीं।गुरुदेव जी ने जयस के लीडर व मनावर विधायक डॉ हीरालाल अलावा से कहां कि लीडर किसी जाति विशेष का बनकर नहीं रहना है बल्कि हमें संपूर्ण सनातन हिंदू धर्म का बनकर रहना है। कथा सुनने के पश्चात डॉ हीरालाल अलावा ने भी कहां कि मुझे श्री राम जी की कथा सुनकर बड़ी खुशी हुई ।और मुझे ऐसे महान संत जैसे गुरु जी अभी तक नहीं मिले, एक महंत होने के बाद भी वह हमारे आदिवासी बच्चों को इंदौर जैसी सीटी में पढ़ा लिखा रहे हैं। और हमारे आदिवासियों के बीच में आकर धर्म जागरण का काम कर रहे हैं। जब जयस विधायक हीरालाल अलावा इस चीज का समर्थन कर रहे हैं कि हिंदू धर्म से बढ़कर कुछ नहीं तो फिर जयस के छोटे कार्यकर्ता उनकी इस बात को क्यों नहीं समझ पा रहे हैं। आदिवासी समाज के समर्थक डॉ हीरालाल अलावा मनावर से और उनके साथ पहुंचे जयस के अन्य कार्यकर्ताओ का रोटला श्री राम कथा समापन कार्य में पहुंचे, इसके लिए श्री राम कथा के समस्त सदस्यों ने उनका आभार व्यक्त किया।इसके पश्चात जयस विधायक हीरालाल अलावा ने महंत श्री प्रणव आनंद जी महाराज जी का आभार अपने पूरे आदिवासी की और से किया।इसके साथ ही क्षेत्रीय पेटलावद विधायक वाल सिंह मेडा ने कहा कि भगवान श्रीराम की तरह गुरुजी भी हमसे बहुत प्रेम करते हैं क्योंकि बिना किसी ऊंच-नीच और भेदभाव के हम आदिवासियों के घर भोजन करने के लिए आए, इसके साथ वह हमारे खेतों में जाकर खेती भी देखने लगे ऐसे महान संत और ज्ञानी प्रणवानंदजी के बारे में क्षेत्रीय विधायक ने कहा कि ज्ञान का भंडार जिनके पास होता है वह बिना भेदभाव के अपने शिष्यों के साथ निस्वार्थ जीवन यापन करते हैं। झाबुआ रतलाम संसदीय क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद श्री गुमान सिंह डामोर ने भी प्रणव आनंद जी महाराज को लाडले गुरु जी की उपाधि दी क्षेत्रीय सांसद ने बताया कि पूरे देश में कार्यक्रम करने वाले ऐसे महान गुरु आज हमारे जनजाति क्षेत्र मैं आकर यदि कथा वाचन करते हैं तो यह उनका बड़प्पन ही है। कार्यक्रम में झाबुआ के महाराज कमलेंद्र सिंह ठिकाना झाबुआ, पूर्व राज्य मंत्री निर्मला भूरिया, भील सेवा संघ के संभागीय अध्यक्ष अजय डामोर, भाजपा जिला महामंत्री कृष्ण पाल सिंह गंगा खेड़ी, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिला अध्यक्ष अजमेर सिंह भूरिया, पेटलावद जनपद अध्यक्ष रमेश सोलंकी, रामा जनपद अध्यक्ष पति रमेश मेडा, जनपद प्रतिनिधि दिलीप बामनिया, रोटला सरपंच मदन भूरा और ऐसे ही अनेक अतिथि गण समापन कार्यक्रम में उपस्थित हुए। समापन कार्यक्रम में गुरु जी का सम्मान केसर सिंह भूरिया ने किया, पंडित सुनील तिवारी जी का सम्मान कृष्णा भूरिया ने किया, संगीतकार कलाकारों का स्वागत बापू सिंह चमक ने किया, पंडित अजय जी का स्वागत विमला खपड़े ने किया, पंडित श्रवण जी का स्वागत मांगीलाल जी ने किया, पंडित विकास जी का स्वागत राहुल जी बारिया ने किया, कार्यक्रम का आभार एवं शिवम बारिया द्वारा किया गया।
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