किरण रांका रिपोर्टर


14 अप्रैल को पूरे देश में भारतीय संविधान के पितामाह कहे वाले बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मनायी जाती है। इस दिन पूरे देश में बाबा भीमराव अम्बेडकर को याद करने और उनके विचारो का प्रसार करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। डॉ. भीमराव अम्बेडकर को देश में एक राजनेता, दलितों के मसीहा और शोषित वर्ग के लिए जीवनभर संघर्ष करने वाली शख्सियत के रूप में याद किया जाता है। आज हम यहाँ भारत के संविधान निर्माता, दलित, वंचित और शोषक वर्ग के लिए जीवन भर संघर्षरत्् रहने वाले डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाने के लिए एकत्रित हुये है।
इस आशय के विचार वार्ड क्रमांक 13 स्थित अंबेडकर चबूतरे पर नपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक रघुनाथसिंह मालवीय ने अपने मुख्य आतिथ्य में व्यक्त किए। जयंती समारोह कार्यक्रम में विधायक रघुनाथसिंह मालवीय, जिला पंचायत अध्यक्ष गोपालसिंह इंजीनियर, नपाध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर मेवाड़ा, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश सुराना, विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष अतुल शर्मा, विस्तारक राणाजी विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों सहित उपस्थितजनों द्वारा बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात्् सभी ने एक-दूसरे को जन्म जयंती की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के मुख्य आतिथि विधायक रघुनाथसिंह मालवीय ने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर एक राजनेता, अर्थशास्त्री, और दलितों के लिए काम करने करने वाले नेता के रूप में जाना जाता है। भीमराव अम्बेडकर भारत के ऐसे पहले नेता थे जिन्होंने दलितों के प्रतिनिधी के रूप में तीनो गोलमेज सम्मेलनों में भाग लिया था।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि गोपालसिंह इंजीनियर ने कहा कि डॉ. भीमराव को देश ने संविधान निर्माण का कार्य सौपा था जिसे उन्होंने बखूबी निभाया था। भारत जैसे विशाल और विविधता से भरे देश के लिए संविधान निर्माण एक चुनौती था जिसके लिए बाबा साहेब को ही चुना गया। हम सभी लोगो को उनके जीवन से संघर्ष और चुनौतीपूर्ण कार्यो को करने की प्रेरणा लेनी चाहिए। साथ ही उनका जीवन संघर्ष की जिवंत मिशाल।
विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब की योग्यता और कार्यकुशलता के कारण उन्हें भारत का पहला कानून मंत्री बनाया गया और संविधान निर्माण के काम को बखूबी अंजाम दिया। देश में व्याप्त छुआछूत, गरीबी और नारियो के प्रति होने वाले भेदभाव के खिलाफ लड़ने की ठानी और इसके लिए बाबा साहेब ने जीवन भर संघर्ष किया। उनका मानना था की जब तक देश के दलित, वंचित और शोषित वर्ग के लोगो को बराबरी का नयन नहीं मिल जाता है तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है। उनकी जयंती के मौके पर मैं यही कहना चाहूंगा कि हम सभी डॉ. अम्बेडकर द्वारा दिखाई मार्ग पर चले, ताकि देश में अशिक्षा, निर्धनता, और छुआछूत जैसी समस्याओं को खत्म किया जा सके। यही हमारी बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धाजलि होगी।
जयंती समारोह बूथ क्रमांक 175, 188 पर भी मनाई गई, वहीं मालवीय नगर स्थित बाबा साहेब अंबेडकर परिसर के नाम से प्रसिद्ध स्थल पर पहुंचकर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर पार्षदगण डाॅ. सलीम, तारा कटारिया, तेजसिंह राठौर, रवि शर्मा, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ऋतु जैन, संध्या बजाज, उमेश शर्मा, रूपाली चैरसिया, पंकज राठी, मनीष धारवां, जुगलकिशोर मालवीय, कमल ताम्रकार, धनरूपमल जैन, मनोहर भोजवानी, राजा कलेक्टर, सुमित मेहता, पवन वर्मा सहित सीएमओ एनके पारसनिया, अरूण श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव, सुभाष सिसौदिया आदि नपा कर्मचारीगण मौजूद थे।
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