भिंड जिले की अटेर तहसील में ग्राम नावली वृंदावन देवाला अटेर में चल रही श्री मद्भागवत कथा आचार्य पंडित सत्यम दुबे जी द्वारा श्रवण कराई जा रही हैं जहां भक्त श्रोतागण कथा में आनंदित होते हुए नजर आए आज कथा के चतुर्थ दिवस महाराज श्री आचार्य पंडित सत्यम दुबे जी द्वारा बताया गया कि 27 नरकों के वर्णन में
हम जो कर्म करते हैं उसे हमें ही भुगतना हैं ये कोई परचून की दुकान नहीं जहां पुण्य से पाप नष्ट हो जाए
जितने पुण्य किए हैं वो भी भुगतना हैं
और जितने पाप किए हैं वह भी भुगतना हैं और आगे बताया श्री मद्भागवत कथा ही हमारे जीवन को अच्छे रास्ते पर ला सकती हैं
और चतुर्थ दिवस कथा में राम जन्म की कथा खूब महाराज श्री के मुखारविंद से मनोहर वाणी से अद्भुत तरीके से बताया गया कि अगर भाई बनना हैं तो भरत जैसे बनो जिन्होंने अपने भाई प्रभु श्री रामचंद्र के लिए राज्य त्याग दिया वहीं और आज कलयुग में एक खेत की मेड़ जैसी छोटी-छोटी बातों के पीछे भाई भाई झगड़ा कर रहे हैं
आगे कथा में कथावाचक आचार्य पंडित सत्यम दुबे शास्त्री जी द्वारा द्वापर युग में लिए अवतार प्रभु श्रीकृष्ण की लीलाओं का मनमोहक वाणी से वर्णन किया गया जिन्हें सुनकर श्रोता गढवी मंत्रमुग्ध हो गए तत्पश्चात प्रभु श्री कृष्ण की जन्म उत्सव को बड़े धूम धाम से मनाया गया।
गिरजेश पचौरी पत्रकार मेहगांव मोबाइल नंबर 9926264754
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