महेश गढ़वाल रिपोर्टर




*जिला महासचिव सुरपाल अजनार नेतृत्व में हुई NSUI की बैठक जोबट कांग्रेस कार्यालय पर संपन्न*
जोबट – मध्यप्रदेश में कुछ ही महीनों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। चुनाव से पहले विधानसभा का मानसून सत्र काफी अहम होने वाला है। इस सत्र में कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए हर मुद्दे को सामने लाएगी। वहीं अब मध्यप्रदेश NSUI ने भी 11 जुलाई को होने वाली विधानसभा मानसून सत्र का घेराव करने का आव्हान किया है। वहीं 11जुलाई को विधानसभा घेराव को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष करन तामसेतवर और इंदौर संभाग के अध्यक्ष आकाश यादव आज एक दिवसीय दौरे को लेकर जोबट पहुंचे, जहां जोबट कांग्रेस कार्यालय पर जिला महासचिव सुरपाल सिंह अजनार के नेतृत्व में एनएसयूआई जिला अध्यक्ष दीपक चौहान और सभी छात्राओं द्वारा जोबट काग्रेस कार्यालय पर एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें एनएसयूआई जिला अध्यक्ष दीपक चौहान के द्वारा युवाओं, छात्रों और NSUI कार्यकर्ताओं से निवेदन करते हुए कहा कि आने वाली 11 जुलाई को भारतीय जनता पार्टी की छात्र विरोधी नीतियां, शिक्षा नीति, बेरोजगार और परीक्षा में भर्ती घोटाले को लेकर कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं से नेतृत्व में विधानसभा घेराव करेंगे!
*एमपी चुनाव से पहले सरकार को सदन में घेरेगा विपक्ष:*
*मानसून सत्र की रणनीति तय करने कांग्रेस कर रही जगह जगह बैठक*
बता दें कि 10 जुलाई को शुरू होने वाला विधानसभा का मानसून सत्र काफी अहम है। यह मानसून सत्र 15वीं विधानसभा का आखिरी सत्र होगा। विधानसभा सत्र के दौरान सरकार अनुपूरक बजट पेश करेगी। इसके साथ ही कई मुद्दों को सदन में रखे जाने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं अब 11 जुलाई को होने वाले घेराव को लेकर जोबट कांग्रेस कार्यालय में बैठक को लेकर रणनीति तैयार की है ! इसी के साथ मौके पर एनएसयूआई जिला अध्यक्ष दीपक चौहान के साथ ,भारत बामनिया ,सुरेश बामनिया ,परदीप चौहान ,विकास चौहान ,निलेश बामनिया ,सोहन चौहान, चेतन चौहान ,लाखन भाई ,निलेशभाई , सोहन चौहान मौजूद रहें !
More Stories
महाराष्ट्र राज्य के जिला गडचिरोली दिवाली त्योहार के पर्व पर प्रशासन द्वारा अवैध रूप से शराब पर प्रतिबंध के लिए आमजन द्वारा मांग
शालीनता से पुरस्कृत आष्टी पोलिस निरीक्षक श्री विशाल काळे द्वारा शहर में शांति व्यवस्था को सुदृढ़ करने और अपराधों पर प्रभावी अंकुश की अनोखी पहल
पांचो दिशाओं से पाकिस्तान की घिरती तबाही — आतंक, विद्रोह और भीड़तंत्र के बीच बिखरता राष्ट्र