बुद्ध नाथ चौहान रिपोर्टर

परासिया :- पेंच कोयला क्षेत्र में विभिन्न निर्माण कार्य करवा कर वेकोलि प्रबंधन भले ही अपनी पीठ थपथपा रहा हो , पर कुदरत इन निर्माण कार्यों बरती जा रही लापरवाही को उजागर करने पर अमादा है ।
गुरुवार रात हुई भारी बारिश ने कई निर्माण कार्यों की पोल खोली है । उसमें चांदामेटा – जाटाछापर को जोड़ने वाली एक सड़क पर विकोलि द्वारा बनवाई गई पुलिया भी शामिल है । निर्माण कार्य में बरती गई लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुलिया में उपयोग किए जाने वाले सीमेंट पाइप जो क्रेन से उठाएं और रखे जा सकते हैं , वह बारिश में तिनके की तरह बह गए । जिससे साफ जाहिर है , कि निर्माण करने वालों ने केवल पुलिया की ऊपरी हिस्सों को ऐसा बनाया ताकि लगे , कि सारा काम पूरी गुणवत्ता के साथ किया गया है , लेकिन नीचे सब लीपापोती कर दी गई । निर्माण कर्ताओं को लगा होगा सब चल जाएगा लेकिन भ्रष्टाचार लोगों से अधिकारियों से छुपाया जा सकता है , पर कुदरत से कुछ भी छुपाना नामुमकिन है । यह पुलिया लगभग 1 साल पूर्व बनाई गई है । पुलिया में जो मटेरियल उपयोग किया गया है , स्वाभाविक है , कि उसमें घटिया मटेरियल उपयोग किया गया था । जो कि एक बारिश भी नहीं झेल पाया । इसके पहले झुर्रे क्षेत्र में भी सड़क निर्माण कार्य हुआ था । जो पहली बारिश होने के साथ ही कई जगह से सड़कें टूट गई । सड़कों पर गड्ढे पड़ गए । सवाल यह उठता है कि निर्माण करने वाले अपने लाभ के लिए भले ही अपने जुगाड़ से निर्माण करते हो , पर इसकी जांच की जिम्मेदारी जिन अधिकारियों को दी जाती है वह अपने वास्तविक दायित्व से कैसे मुकर जाते हैं । बहरहाल पुलिया के टूटने की खबर मिलते ही भाजपा और कांग्रेस दोनों के जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे । इनमें चांदामेटा नगर पालिका अध्यक्ष गोविंद बिजोलिया , पूर्व अध्यक्ष हरिश्चंद्र अग्रवाल , भाजपा नेता राजकुमार सिंह , पार्षद बलराम उईके ने निर्माण को लेकर काफी निंदा की । काश ये जनप्रतिनिधि निर्माण कार्य के दौरान भी पहुंचते और गुणवत्ता को देखकर आवाज उठाते तो आज यह स्थिति देखने को नहीं मिलती । इस मामले में वेकोलि का कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है । उनका एक ही जवाब होता है कि हम अधिकृत नहीं है । वेकोलि के किसी भी मामले में जवाब देने के लिए पी आर ओ नागपुर अधिकृत है ।
More Stories
नपाध्यक्ष हेमकुंवर मेवाड़ा ने सौंपे हितग्राहियों को संबल अनुग्रह सहायता राशि के स्वीकृति पत्र
दक्षिण पन्ना वन विभाग का ग्राम विकास में अभिनव प्रयास : सौर ऊर्जा से रोशन हुए 10 गाँव
आष्टा जूनियर त्रिकोणीय सीरीज लेदर बॉल क्रिकेट का हुआ समापन