पं संदीप शर्मा रिपोर्टर


जिला कटनी/पर्यावरण संरक्षण बचाने एवं अपनी वसुंधरा को हरा-भरा बनाये रखनें हेतु पौधारोपण शासकीय प्राथमिक शाला सरसवाही मेंं आयोजित कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन शिक्षक अरूण सिंह परिहार द्वारा किया गया।आगे की जानकारी समाजसेवी व अधिवक्ता श्रीमती रेखा अंजू तिवारी द्वारा बताया गया कि शा० प्राथ०विद्मालय शिक्षक महेंद्र कुमार तिवारी के मुख्य आतिथ्य में शासकीय प्राथमिक विद्यालय परिसर में उपस्थित सभी शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ मिलकर शिक्षक महेंद्र कुमार तिवारी ने अपने जन्मोत्सव पर ढेरों खुशियों के साथ मिलकर बच्चों के बीच उनकी यादों को ताजा बनाये रखने हेतु छायादार पौधा एवं औषधीय गुणों से युक्त से भरपूर आम,,पीपल,अशोक, आंवला, इमली, सहित फलदाई, पूज्यनीय पौधारोपण कार्य किया गया । इस दौरान समाजसेवी व अधिवक्ता श्रीमती रेखा अंजू तिवारी ने अपने ओजस्वी विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि,, यदि आप हम सबको मिलकर अपने जीवन को सुखमय व सुरक्षित और शरीर को स्वस्थ रखना है तो फिर हमें भी अपने घर परिवार समाज के सम्मानित बुद्धिजीवियों एवं प्रबुद्धजनों के जन्मोत्सव और उनकी पुण्यतिथि और बच्चों के जन्मोत्सव पर उनकी यादों को ताजा रखने हेतु इसी तरह के पौंधा को लगाना चाहिए ताकि हम अपनी प्रकृति को हरा-भरा बनाये रखने में सहायक बन सकें और पर्यावरण को बचाया जा सके इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी प्रकाश तिवारी,शिक्षक पी के गर्ग, बी आर सी विनीत गौतम, भदौरा माध्यमिक विद्यालय प्राचार्य परमानंद प्रसाद, श्रीमती भावना अजीत दुबे, श्रीमती आशा सिंह श्रीमती दीपा पटेल, श्रीमती कीरत तिवारी, श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव, श्रीमती रेखा शुक्ला, श्रीमती माया दुबे, श्रीमती मंजू राजकुमार दुबे, अंशुल आनन्द तिवारी, सुश्री अदिति तिवारी श्रीमती आशा कृष्ण कुमार तिवारी, श्रीमती प्रभा तिवारी, श्रीमती मिंटू सुजीत दुबे सहित सभी सरसवाही ग्रामीण क्षेत्र वासियों की गरिमामय उपस्थिति में पौधारोपण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ
More Stories
आज जानकारी मिली कि नगर का एक परिवार जिसमें माता की पूर्व मृत्यु हो चुकी हे पिता कमल जी मेवाड़ा एक होटल संचालित कर रहे हे
निवाड़ी जिले में कृषि यंत्रों हेतु पंजीयन प्रारंभ, कृषकों के लिए कृषि यंत्रों पर 40 से 50 प्रतिशत तक अनुदान
योगभ्रष्ट साधक उचित लोकों से होते हुए श्रीमान के घर में जन्म लेकर अपना साधना क्रम आगे बढ़ाता है, वैराग्यवान् साधक जो योगमार्ग से भटक गए वे