

असत्य संसार के सभी पापों से बड़ा पाप – – विराग सागर जी महाराज
पवई – पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व दस लक्षण धर्म के पावन अवसर पर युगश्रेष्ठ जैनाचार्य, गणाचार्य परम पूज्य श्री 108 विराग सागर जी महा मुनिराज ने पर्यूषण पर्व के पांच में दिन भाद्र शुक्ल पक्ष अष्टमी 23 सितंबर 2023 शनिवार को उत्तम सत्य धर्म के विषय में बताया कि वर्तमान समय में लोग सत्य बोलकर सत्य का सम्मान चाहते हैं ऐसा अधिक समय तक संभव नहीं है , संसार के सभी पाप एक तरफ और सत्य रूपी पाप का फल उससे कई गुना अधिक होता है , इसलिए हम सभी को अपने आत्म कल्याण हेतु हमेशा सत्य धर्म का पालन करते हुए सत्य , हित , मित , प्रिय ही बोलना चाहिए । शास्त्रों में कहा है सांच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप , इसलिए कहा है कि हमेशा सत्य बोलना चाहिए अन्यथा मौन रहो । सत्य सदा हितकारी होता है कड़वा नहीं, परन्तु असत्य को सत्य कड़वा लगता है। पापी और झूठे लोगों को आत्मा के कल्याणकारी , हितकारी वाणी भी कड़वी लगती है । असत्य के संस्कार अनन्तकाल से प्राणियों में भरे पड़े हैं , इसलिए पाप रूपी असत्य को छोड़ने के लिए बहुत बड़े संकल्प और दृढ़ निश्चय की जरूरत होती है । असत्य अनन्त काल तक दुख देने वाला है इसलिए सत्य धर्म का पालन करते हुए हमेशा सत्य बोलना हितकारी है । जब तक कषाय रुपी पर्ते बनी रहती हैं तब तक उज्जवल नीर की प्राप्ति नहीं होती और कषाय के बादलों समूह हट जाने से हम उत्तम सत्य रूपी सूर्य का दिग्दर्शन करते हैं । सत्य एक प्रज्ज्वलित दीपक की तरह है अतः उसे पाने के लिए सत्य के पथ पर चलना पड़ेगा, तभी बुझा हुआ दीपक प्रज्वलित हो सकेगा। पूज्य श्री ने बताया आज संसार में प्रायः झूठ का ही बोलबाला है व्यक्ति बात-बात में झूठ बोल जाता है , वह विचार नहीं कर पाता कि झूठ एक पाप है । जैन आगम में कहा है कि एक बार भी बोला गया झूठ , बहुत बार बोले गए सत्य वचनों का घात कर देता है , लोग उसके सत्य कथन को भी झूठा मानने लगते हैं , पदमनन्दी महाराज श्री ने पन्चविशन्ति जैसे महान ग्रंथ में कहा है कि सत्यवादी मनुष्य परभव में श्रेष्ठ चक्रवर्ती राजा बनते हैं , इंद्रादि फल को भी प्राप्त कर लेते हैं । और सर्वोत्कृष्ट मोक्ष रूपी फल को भी प्राप्त कर लेते हैं । सत्य धर्म का पालन करने वाले उत्तम कीर्ति को प्राप्त करते हैं और लोक में सज्जन कहे जाते हैं । अतः उत्तम फल के इच्छुक सज्जन पुरुष सदैव उत्तम सत्य को अपने जीवन में धारण करें।
मीडिया प्रभारी भरत सेठ पत्रकार घुवारा ने उक्ताशय कि जानकारी देते हुए बतलाया कि इस अवसर पर अतिशय क्षेत्र श्रेयांश गिरी ट्रस्ट कमेटी अध्यक्ष राजकुमार जैन अजयगढ़ , महामंत्री अजित कुमार पत्रकार पवई , लकी जैन पवई, इंद्रेश जैन, सत्येंद्र कुमार जैन गुल्ली भैया पारस मेडिकल, पिंटू जैन, नरेंद्र जैन गुनौर, अनुराग जैन लल्लू, विकास जैन गुल्ले, राजेंद्र कुमार जैन जैन मुन्नू भैया, पारष जैन, विक्की जैन पंडित जी , आदित्य रासु, छोटू जैन सलेहा सहित सैकड़ों श्रद्धालु जन उपस्थित रहे ।
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।।आत्म संयमी व्यक्ति ही योगी है ; ।।
🔳कटनी – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से 3 गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों के उपचार के लिए 75 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की है।