Chief Editor

Dharmendra Singh

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August 8, 2025

सच दिखाने की हिम्मत



विधानसभा के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी हुई, अब प्रदेश के 230 विधायकों और प्रदेश के मुख्यमंत्री की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई। इसी के साथ प्रदेश में कहीं धीमी तो कहीं तेज गति से मतदान हुए। विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार सुबह 7:00 बजे से ही अलग-अलग मतदान केंद्रों पर भीड़ इकट्ठी होना शुरू हो गई थी। प्रचार और गांव गांव के दौरे करने के बाद नेता और कार्यकर्ता आराम की स्तिथि में होंगे। मतदान और समीकरण पर चर्चाओं का दौर चलता रहेगा। इसमें बड़ा सवाल यह है कि कमल या कमलनाथ कौन होगा प्रदेश पर का बीज यहां फैसला 3 दिसंबर को आएगी इसी फैसले पर प्रदेश और देश की नजर टिकी हुई है, इस बार मध्य प्रदेश में 75 प्रतिशत से बाहर मतदान हुए।
मध्यप्रदेश में पिछले चुनाव के मुकाबले इस वर्ष मतदान ज्यादा हुए। मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले की चार विधानसभा के मतदान समीकरण पर नजर डाले तो जिले की सीट पर 76 प्रतिशत और बड़वानी जिले में कुल 826667 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है। जिले का कुल मतदान प्रतिशत 77.32 है।
इसी प्रकार जिले में 419232 पुरूषों ने तो 407421 महिलाओं ने तथा 14 थर्ड जेण्डर ने मतदान किया है। पुरूषों का प्रतिशत 78.57 है तो महिलाओं का 76.07 तथा थर्ड जेण्डर का 66.67 प्रतिशत है।
सेंधवा में कुल 76.86 प्रतिशत, राजपुर में 82.36 प्रतिशत, पानसेमल में 77.82 प्रतिशत तथा बड़वानी में 72.68 प्रतिशत मतदान हुआ है।
जिले के अनुमानित आंकड़े और सूत्रों की माने तो बीजेपी पार्टी के पक्ष में ज्यादा मतदान होता दिखाई दिया। जिले में 3-1 का आंकड़ा हो सकता है यानी की कांग्रेस की झोली में 1 और भाजपा को 3 सीट मिलने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। बीते दिन शुक्रवार को राजपुर विधानसभा में भी सुबह 7:00 बजे से वोटिंग शुरू हो गई थी। पुलिस प्रशासन और चुनाव आयोग की निगरानी में मतदान प्रक्रिया पूरी की गई लोगों में अपना मत डालने को लेकर उत्साह था कई मतदाता ऐसे भी थे जिनका मत पहली बार आया। मतदान को लेकर ज्यादा शोर शराबा नहीं हुआ लोगों ने शांतिपूर्वक मतदान किया जिससे प्रशासन को भी राहत मिली। कई हफ्तों से लगातार प्रचार प्रसार कर रहे नेता भी अब थकान महसूस कर रहे होंगे, मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी की आस-उम्मीद 3 दिसंबर को आने वाले परिणामों पर टिकी हुई है क्योंकि यह तारीख कई लोगों का भविष्य तय करेगी और विधायक की किस्मत का दरवाजा खोल देगी।
मोदी और शिवराज की लहर में कई विधायक जीतेंगे
हालांकि यह साफ लफ्जों में कहना मुश्किल है कि सरकार किसकी बनेगी, लेकिन मोदी और शिवराज के नाम पर प्रदेश में मतदान हुए इसने भी कोई शक वाली बात नहीं। इस बार मध्य प्रदेश में शिवराज का फैक्टर चला है अधिकतम जीतने वाले विधायक शिवराज सरकार की लाड़ली बंहना योजना की देन होगी। जिस तरह 2014 के लोकसभा चुनाव में पूरे भारतवर्ष में भाजपा को लेकर सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी का चेहरा सर्वप्रथम रहा था यहां तक कहा गया था कि कई सांसद मोदी के नाम से ही जीत गए ।भले उनका व्यक्तिगत करियर खतरे में रहा हो। ऐसे ही इस बार मध्य प्रदेश में शिवराज और मोदी की आंधी रही मामा की लाडली बहना योजना के नाम पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में काफी मतदान हुआ इस बार भी यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज की योजना और उनकी कार्यशैली से प्रभावित होकर जनता इस बार बड़ी तादात में मतदान किया ।
पर यह अनुमान नही लगाया जा सकता है की किसके सर पर MP का ताज होगा , **कमल या कमलनाथ ***की सरकार बनेगी।