कुछ सालों में बन गए करोड़पति, कभी थे मामूली मुलाजिम आज हो गए मालामाल, क्रिकेट सट्टे के माधव नगर निवासी पांच बड़े चेहरे, कटनी सहित अन्य जिलों में भी फैला रखा है नेटवर्क, फ्रेंचाइजी लेकर खिलाते हैं ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा, संपत्ति की जांच होने से खुल सकता है पूरा राज
कटनी। माधव नगर में रहने वाले 30 से 35 वर्ष तक के पांच ऐसे नाम हैं जो कभी मामूली मुलाजिम हुआ करते थे, लेकिन जब से उन्होंने क्रिकेट ऑनलाइन सट्टे की दुनिया में कदम रखा वे रातों-रात करोड़ों में खेलने लगे। कटनी जिले के अलावा अन्य जिलों में भी इन युवाओं ने अपना नेटवर्क फैला रखा है। आखिर कुछ सालों के अंदर ही इन युवाओं ने इतनी अकूत संपत्ति कहां से अर्जित कर ली अगर इस बात की जांच की जाए तो क्रिकेट सट्टा व्यापार की कमर तोड़ने में पुलिस को सफलता मिल सकती है। ऐसा नहीं है कि इन युवाओं के संबंध में पुलिस को जानकारी नहीं है। पुलिस उनके नाम और ठिकाने भी जानती है। लेकिन अब तक इनके ऊपर कोई ठोस कार्यवाही ना होना इनके हौसले को बुलंद कर रहा है। माधव नगर निवासी इन पांच बड़े क्रिकेट सट्टेबाजों को अगर छोड़ दें तो छठवां एक ऐसा नाम भी है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट सट्टेबाजी को लेकर चर्चा में रह चुका है। उस छठवें क्रिकेट सट्टेबाज के राजनीतिक रसूख और उसकी बेशुमार दौलत जिले भर के लोगों से छिपी नहीं है। क्रिकेट सट्टेबाजी की दुनिया में माधव नगर आज सट्टेबाजों का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। सब कुछ जानते हुए भी माधव नगर पुलिस की खामोशी चिंताजनक नजर आती है।
ये सट्टेबाज हो गए मालामाल
जिले सहित पूरे प्रदेश में चर्चित क्रिकेट सट्टा बाजार के यह पांच बड़े चेहरे 2015-16 के दौरान एक मामूली कर्मचारियों के तौर पर विभिन्न प्राइवेट संस्थानों में काम करते थे। क्रिकेट सट्टा व्यापार में कदम रखने के बाद किस्मत ऐसी पलटी की आज यह करोड़पति लोगों के तौर पर जाने जाते हैं। इन पांच सट्टेबाजों में सबसे पहला नाम कैरन लाइन निवासी किसी वीरवानी नामक युवक का आता है। सूत्रों की माने तो विरवानी आज जिले का नंबर वन बुकी बन चुका है। दूसरे नंबर पर सिंधी कैंप निवासी चावला नामक युवक का नाम आता है। तीसरे नंबर पर केरल लाइन निवासी एक और नागवानी युवक बताया जाता है जिसने क्रिकेट सट्टा व्यापार से करोड़ों रुपए अर्जित किए। चौथे नंबर पर वही का एक पंजवानी युवक बताया जाता है। पांचवें नंबर पर किसी जग्यासी युवक का नाम शामिल है। सूत्रों का कहना है कि इन पांचो युवकों ने अपना नेटवर्क कटनी के अलावा अन्य समीपवर्ती जिलों में भी फैला रखा है। क्रिकेट सट्टे की फ्रेंचाइजी लेकर अन्य युवाओं के जरिए ऐप वितरित करते हैं और पूरे नेटवर्क को संचालित करते हैं। सूत्रों की माने तो यही वह पांच व्यक्ति हैं जो की मुख्य तौर पर क्रिकेट सट्टा व्यापार को जिले में चला रहे हैं।
इनका कहना है
क्रिकेट सट्टेबाजों को लेकर बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने कहा कि जिले में संचालित ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा व्यवसाय को खत्म करने के लिए लगातार जिला पुलिस बल के द्वारा कार्यवाही की जा रही है। अब तक जिन लोगों को भी पकड़ा गया वह सब मोबाइल ऐप के जरिए क्रिकेट सट्टा खिला रहे थे। जिले में इन सभी ऑनलाइन गेम ऐप की फ्रेंचाइजी किन लोगों ने ले रखी है इसका पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। क्रिकेट सट्टा व्यापार को खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं।
More Stories
थाना दिवस में उपजिलाधिकारी ने सुनी समस्याएं
दमोह जिले के तेंदुखेड़ा के जंगलो में खुले आम चल रहा 52 पत्तों का खेल किसकी सहमति से चल रहा जुआ फड जिम्मेदार मौन……?
झुकेही, अमदरा, मैहर में फिर चालू हुआ 52 पत्तों खेल