मुरैना -:
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने करह धाम आश्रम में चल रहे श्री सियपिय मिलन समारोह में शामिल होकर संत शिरोमणि श्री हरिगिरी महाराज जी एवं श्री दीनबंधु दास महाराज को सम्मान पत्र और पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्री करह धाम आश्रम मुरैना पहुंचकर अनन्त श्री गुरुदेव पटिया वाले बाबा महाराज के दर्शन कर पूजा-अर्चन की तथा प्रदेश की उत्तरोत्तर तरक्की एवं प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने करह धाम आश्रम पर गौशाला में 7.5 से अधिक गौमाता का पूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने करह धाम आश्रम में चल रहे श्री सियपिय मिलन समारोह में शामिल होकर संत शिरोमणि श्री हरिगिरी महाराज जी एवं श्री दीनबंधु दास महाराज को सम्मान पत्र और पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जो लोग गौपालन करेंगे, उन गौवंशों का दूध शासन द्वारा खरीदा जाएगा।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री ऐदल सिंह कंषाना, खजुराहो सांसद श्री बी.डी. शर्मा, मुरैना-श्योपुर के सांसद श्री शिवमंगल सिंह तोमर, सबलगढ़ विधायक श्रीमती सरला रावत, पूर्व विधायक श्री रघुराज सिंह कंषाना, सीईओ जिला पंचायत श्री कमलेश कुमार भार्गव, श्री राकेश मावई सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि गौमाता के बिना घर सूना होता है, हर घर में गौ पालन को बढावा देना चाहिए ।जो भी व्यक्ति 10 से ज्यादा जो गौपालन करेगा, उसे सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा और गौवंशों से प्राप्त दुग्ध को सरकार खरीद कर गौपालकों को अतिरिक्त अनुदान देगी।इस साल गेंहू उपज को 2600 रूपये क्विंटल खरीदने की घोषणा की जा रही है।मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि मैं महादेव की नगरी उज्जैन से आता हूं, उस जैसा आनंद यहाँ करह धाम आश्रम पर आ कर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि एक गौमाता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है और इस करह धाम आश्रम की गौशाला में तो साढ़े सात हजार से अधिक गौमाता हैं, मानो समूचा ब्रह्माण्ड यहां उपस्थित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परमात्मा को जिस रूप में देखो उस रूप में दिखाई देता है और परमात्मा की लीला है, वो हमारी परीक्षा भी लेता है। पटिया वाले बाबा ने अपने तप से, साधना से, अपनी वैराग्यवृत्ति से जो आनंद बरसाया है, भक्तजनों की इतनी भीड़ इसका परिणाम है। प्रदेश सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिये हर एक खेत पर 48 लाख हेक्टेयर खेत में सिंचाई हो रही है। इसे 1 लाख करोड हेक्टेयर पानी पहुंचाने वाले अभी वर्तमान में पार्वती, काली, सिंध, चंबल नदी से मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी आगे जाकर मालवा, गुना आदि जिलों में पानी की उपलब्धता होने वाली है। इस महीने के आखिरी तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री आ रहे हैं। उमसे चर्चा करके ताप्ती नदी को जोडकर वहां के किसानों को पानी उपलब्ध करवा कर उनकी जिंदगी भी बदलने वाली हैं।ये सभी योजना मंजूर हो जाते ही सिंचाई की कोई भी समस्या बाकी नहीं रहेगी। केवल खेती से बात नहीं बनेगी, उसके साथ पशुपालन होना अतिआवश्यक है।
दीपक सिंह गुर्जर की खास खबर
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