*परम्परागत के साथ शेडनेट कृषि पद्धति अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया*
झाबुआ से_अमित सिंह जादौन _कलेक्टर नेहा मीना ने खेड़ी ग्राम में पूसा-16 अरहर के खेत में भ्रमण कर कृषक श्री मांगीलाल परमार से भेंट कर चर्चा की।
कलेक्टर ने पूसा-16 अरहर के लाभ के सम्बन्ध में कृषक से विस्तृत चर्चा की गयी। उनके द्वारा बताया गया कि 9 बीघा जमीन उपलब्ध है जिसमें से कुछ क्षेत्र में पूसा-16 अरहर की खेती पिछले वर्ष की गयी थी। उन्होंने बताया कि उनके खेत में 110-120 दिन के भीतर फसल पक गयी। पूसा -16 अरहर का दाना अन्य अरहर के तुलना में बड़ा है। इस वर्ष भी उन्होंने इन्टरक्रोपिंग के माध्यम से पूसा-16 अरहर एवं मक्का की बोआई की है। पूसा 16 अरहर की फसल जल्द पक जाने से पिछले वर्ष चने की तीसरी फसल ली जा सकी थी।जिले में पिछले वर्ष पूसा 16 अरहर का रकबा 200 हेक्टेयर से अधिक था जिसे बढ़ा कर इस वर्ष 1000 हेक्टेयर के ऊपर किया जाएगा। किसान बंधु से भी चर्चा करने पर पाया गया कि फसल जल्द पक जाने से तीसरी फसल आसानी से ली जा सकती हैं।
कलेक्टर नेहा मीना ने कहा कि आपके पास पर्याप्त जमीन होने के बाद भी परम्परागत कृषि ही ना करे। उसके साथ आमदनी को बढ़ाने के लिए शेडनेट पद्धति से कृषि करें। जिसके माध्यम से सब्जी, शिमला मिर्च, खीरा जैसी फसले ली जा सकती है। कृषक के द्वारा रुचि बताये जाने पर कलेक्टर ने सहायक संचालक उद्यानिकी विभाग श्री बी एस चौहान को शेडनेट के तहत प्रकरण बनाये जाने हेतु निर्देशित किया।
साथ ही कलेक्टर द्वारा जे फार्म के सम्बन्ध में चर्चा की गयी एवं बताया कि जे फार्म पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया जाकर विभिन्न कृषि उपकरणों एवं यंत्रो को कस्टम हायरिंग सेण्टर से सुगमता से किराये पर प्राप्त किया जा सकता है।खाद के विषय में चर्चा करने पर कृषक द्वारा बताया कि उन्होंने सोसायटी से खाद प्राप्त की है एवं नैनो यूरिया का भी प्रयोग किया जा रहा है।
इस दौरान जिले के उप संचालक कृषि एन.एस. रावत, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री बी.एस. चौहान, अनुविभागीय कृषि अधिकारी एल.एस. चारेल, उप परियोजना संचालक आत्मा एम. एस. धार्वे, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री विजय मोरे और मैदानी अमला उपस्थित रहे।
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