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Dharmendra Singh

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October 18, 2025

सच दिखाने की हिम्मत

आष्टा /किरण रांका
नगर के श्री महावीर स्वामी श्वेताम्बर जैन मंदिर, गंज में चातुर्मास हेतु साध्वीमण्डल मंदिर के उपाश्रय में विराजमान है और प्रतिदिन प्रातः 9 से 10.15 तक उनके प्रवचन एवं सत्संग का लाभ सभी को प्राप्त हो रहा है उनके द्वारा करवाये जा रहे धार्मिक आयोजन धर्मानुरागियों के लिये मोक्ष का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। साध्वीमंडल में ढंक तीर्थोद्धारिका प.पू. साध्वी. श्री चारूव्रताश्रीजी म.सा. की शिष्या प.पू. साध्वी श्री नम्रव्रता श्री जी म.सा., मग्नव्रताश्रीजी म.सा. और मीतव्रता श्री जी म.सा. शामिल हैं।
रविवार को प.पू. साध्वीवर्या नें अपने प्रवचन में कहा कि धर्म ही सच्चा धन है। मनुष्य जीवन 84 लाख योनियों में भटकने के बाद मिलता है और इसका उद्देश्य देह के फेर में पड़कर भोग-विलासिता नहीं है। मानव जीवन जीवन-मरण के चक्र से मुक्त होने के लिये मिला है जिसका सदुपयोग करते हुये इस शरीर को साधना का उपकरण समझना चाहिये। ये शरीर आत्मा का चाकर है न कि हमें इन्द्रियों का गुलाम बनना है। धन इस तन को चलायमान रखने का एक साधन है। आवश्यकतानुरूप सत्कर्माे से धन कमाना आवश्यक है परंतु हमें धर्म के मार्ग पर चलना है धन के मार्ग पर नहीं, यही मानव जीवन का सार है। प्रवक्ता अतुल सुराणा नें बताया कि आज प्रवचनो के साथ 18 पापस्थानक की अद्भुत संवेदना का आयोजन हुआ जिसमें 18 बहनों की स्पीच, गीत आदि के माध्यम से ऐसे 18 स्थानों का वर्णन किया गया जो मानव जीवन में पाप के स्थान हैं। यूँ तो सॉंस लेने में भी हिंसा है लेकिन शरीर को चेतन बनाये रखने के लिये अनजानें में कई पाप हो जाते हैं परंतु हमें प्रयास करना हैं कि जानबूझकर कोई पाप न किया जायें और अहिंसा पालन का विशेष ध्यान रखते हुये अनजाने में हुये पापो के लिये प्रतिक्रमण क्रिया के माध्यम से क्षमा वंदना की जाये। ये क्षमा वंदना हमारी दैनिकचर्या में शामिल होनी चाहिये जो जीव को मोक्षगामी बनाती है। साध्वीवर्या नें बताया कि अगले रविवार को संगीतमय गिरनार भाव यात्रा का आयोजन करते हुये प्रभु नेमिनाथ के जीवन चरित्र को एक नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया जायेगा।
विभिन्न लाभार्थियों एवं तपस्वियो का बहुमान भी किया गया एवं तपस्या के रूप में आयम्बिल व एकासने का आयोजन हुआ। चातुर्मास के मुख्य लाभार्थी के रूप में श्रीमान मनोहरलाल दीपेन्द्रकुमार पवन कुमार श्रीश्रीमाल परिवार का बहुमान हुआ। आयोजन का सफल संचालन श्रीमती मोनिका नितिन सुराणा एवं पराग धाड़ीवाल द्वारा किया गया। आयोजन में समाज अध्यक्ष पवन सुराणा, चातुर्मास समिति अध्यक्ष देशचंद वोहरा एवं अन्य पदाधिकारियों तथा समाजजनो सहित समस्त महिला मंडलो की उपस्थिति रही।