आष्टा/किरण रांका
एकता, संस्कृति और संस्कारों पर आधारित प्रेरक प्रवचन से गूंजा कथा स्थल।
आष्टा नगर स्थित मानस भवन में चल रही विदुषी अंजली आर्य की प्रेरणामयी प्रवचनमाला में रविवार को सकल हिंदू समाज के अध्यक्षों ने सादर उपस्थिति दर्ज कराते हुए कथा श्रवण किया और दीदी का गरिमामयी स्वागत किया।
दीदी अंजली आर्य ने इस अवसर पर अपने प्रवचन में कहा:
“जब समाज के सभी वर्ग, सभी जातियाँ और सभी संगठन एक साथ खड़े होते हैं, तभी ‘हिंदू समाज’ की वास्तविक शक्ति प्रकट होती है। हमें बाहरी ताकतों से नहीं, अपितु अपने भीतर की विषमता, मतभेद और विघटन से सबसे अधिक सतर्क रहना चाहिए। धर्म का कार्य केवल पूजा-पाठ नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने का माध्यम बनना चाहिए।”
आष्टा नगर के
श्री राम मानस भवन में संगीतमय वैदिक सत्संग के आयोजन में पधारे 132 वर्ष 11 महीने की आयु के संत श्री सर्वानंद जी महाराज साहब का आशीर्वाद एवं संगीतमय वैदिक सत्संग सुश्री अंजलि जी आर्या दीदी के मुखारविंद से संगीतमय वैदिक सत्संग द्वारा ज्ञान की गंगा का रसपान कराया गया पुरुष वर्ग एवं मातृशक्तियों ने अधिक संख्या में उपस्थित होकर संगीतमय वैदिक सत्संग का धर्म लाभ लिया इस अवसर पर सकल हिंदू समाज अध्यक्षगण ने भगवामय हिंदुत्व वातावरण मे सुश्री अंजलि जी आर्या दीदी का सकल हिंदू समाज अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव, सकल हिंदू समाज कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद्र कुशवाहा पूर्व पार्षद,सकल हिंदू समाज अध्यक्षगण नारायण भूरू मुकाती, राजीव गुप्ता पत्रकार,मनीष डोंगरे, जगदीश खत्री, विजय खंडेलवाल, महेश जाट, राधेश्याम सोनी, प्रेम नारायण जायसवाल, कुबेर सिंह जी ठाकुर छपर, अचल किरार, रमेश मालवीय, सुधीर ताम्रकार (मेहलवार) गोपाल पांचाल, मुकेश नामदेव आदि ने भगवामय वस्त्र के साल एवं श्रीफल भेंट कर स्वागत सम्मान किया
उन्होंने अपने प्रवचन में एकता, सेवा, संस्कार और सामाजिक जागरूकता जैसे विषयों को गहराई से छुआ। विशेष रूप से युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “आज की पीढ़ी को धर्म की गहराई समझनी होगी, तभी आने वाला भारत और भी गौरवशाली बन पाएगा।”
कथा के अंत में सभी अतिथियों ने समाज कल्याण की कामना की। आयोजन समिति ने सभी समाज प्रमुखों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
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