कू वोटर गाइड का उद्देश्य लोगों को वोट देने के लिए प्रोत्साहित करते हुए मतदाता अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता पैदा करना और चुनावी प्रक्रिया में अधिक से अधिक जनता का विश्वास पैदा करना है।
राष्ट्रीय, 24 जनवरी 2022: राष्ट्रीय मतदाता दिवस से पहले माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू एप ने बड़ा कदम उठाते हुए मतदाता अधिकारों और जिम्मेदारियों पर एक बहुभाषी गाइड जारी की है। इसका मकसद पहली बार मतदाता बने लोगों को आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान सजग फैसला लेने में सशक्त बनाना है। यह कू वोटर गाइड भारत के संविधान में निहित मतदाता के मूल अधिकारों पर ध्यान केंद्रित करती है और उन जिम्मेदारियों को सामने लाती है जिनके बारे में मतदाताओं को वोट डालने से पहले और बाद में विचार करने की जरूरत होती है। यह एक पारदर्शी, निष्पक्ष और विश्वसनीय सोशल मीडिया मध्यस्थ के रूप में कू एप के प्रयासों को दर्शाता है, जो मतदाता जागरूकता बढ़ाने और चुनावी प्रक्रिया में अधिक विश्वास बनाने से जुड़े हैं। मूल भाषा में अभिव्यक्ति को सक्षम बनाने वाले सबसे बड़े मंच के रूप में सभी चुनावी राज्यों में पहली बार मतदाताओं को लाभान्वित करने के लिए कू वोटर गाइड हिंदी, मराठी, पंजाबी और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है।
इस बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2022 की थीम ‘मजबूत लोकतंत्र के लिए चुनावी साक्षरता’ रखी गई है। इस विषय को ध्यान में रखते हुए कू वोटर गाइड लोकतंत्र के केंद्रीय स्तंभ के रूप में मतदान के महत्व और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनावों के लिए मतदाता शिक्षा को बढ़ाने की आवश्यकता को दोहराती है।
इस संबंध में कू के सीईओ और सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा, “मतदान एक लोकतंत्र में सभी नागरिकों को दिया गया एक मौलिक अधिकार है। हर वोट मायने रखता है। इस तरह पहली बार वाले मतदाताओं को इस महत्वपूर्ण अधिकार का विवेकपूर्ण ढंग से इस्तेमाल, सशक्त और शिक्षित करने के लिए हमने राष्ट्रीय मतदाता दिवस से पहले इस कू वोटर गाइड को लॉन्च किया है। भारत की भाषाई विविधता को सलाम करने वाले एक बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रूप में हमने प्रत्येक मतदाता के ज्ञान को समृद्ध करने और चुनावी प्रक्रिया में अधिक विश्वास पैदा करने के लिए इस गाइड को चार भाषाओं में जारी किया है। एक निष्पक्ष, खुले और विश्वसनीय मंच के रूप में कू एप इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) द्वारा निर्मित ‘स्वैच्छिक आचार संहिता’ को अपनाने के बाद चुनावों के दौरान सोशल मीडिया के पारदर्शी इस्तेमाल की उम्मीद करता है। हम भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि समाज में सकारात्मक और प्रगतिशील बदलाव लाने के लिए कू एप का सर्वश्रेष्ठ ढंग से लाभ उठाया जा सके।
भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना 1950 में की गई थी और इस वजह से हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2011 में पहली बार शुरू किए गए राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य नए मतदाताओं के नामांकन को प्रोत्साहित करना और बढ़ाना है।
कू वोटर गाइड डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें:-
कू के बारे में
कू एप की लॉन्चिंग मार्च 2020 में भारतीय भाषाओं के एक बहुभाषी, माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रूप में की गई थी, ताकि भारतीयों को अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति करने में सक्षम किया जा सके। भारतीय भाषाओं में अभिव्यक्ति के लिए एक अनोखे मंच के रूप में कू एप भारतीयों को हिंदी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, असमिया, बंगाली और अंग्रेजी समेत 10 भाषाओं में खुद को ऑनलाइन मुखर बनाने में सक्षम बनाता है। भारत में, जहां 10% से अधिक लोग अंग्रेजी में बातचीत नहीं करते हैं, कू एप भारतीयों को अपनी पसंद की भाषा में विचारों को साझा करने और स्वतंत्र रूप से बात कहने के लिए सशक्त बनाकर उनकी आवाज को लोकतांत्रिक बनाता है। मंच की एक अद्भुत विशेषता अनुवाद की है जो मूल टेक्स्ट से जुड़े संदर्भ और भाव को बनाए रखते हुए यूजर्स को रीयल टाइम में कई भाषाओं में अनुवाद कर अपना संदेश भेजने में सक…

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