राहुल राठोर रिपोर्टर



सरदारपुर से राहुल राठोड़
सरदारपुर- केंद्र सरकार ने आंगनवाड़ी प्राथमिक स्कूलों माध्यमिक स्कूल हाई सेकेंडरी छात्रावास स्वास्थ्य विभाग में हमेशा पानी की किल्लत को देखते हुए जनप्रतिनिधि विधायक सांसद सभी के प्रयासों से शासन को अवगत कराया कि हमेशा पानी की दिक्कत स्कूलों में आंगनवाड़ी मैं समस्याएं बनी होने से केंद्र सरकार ने नल जल मिशन अभीयान के माध्यम से मध्यप्रदेश में यह योजना चालू की गई योजना का मूर्त रूप जब धार जिले में व सरदारपुर तहसील में कार्य का मूर्त रूप देकर वाटर शेड बनाए जाने लगे कई स्कूल आंगनवाड़ी ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में ग्रामीण यांत्रिक विभाग कर्मचारी ठेकेदारों कारीगरों से कार्य करवा रहे थे तब काम के प्रति लापरवाही बरती जाने की शिकायतें ग्रामीणों ने पीएचई अधिकारियों को अवगत कराया था कि शासन के टी एस के अनुसार काम करवाया जावे ग्रामीणों ने सरदारपुर के पीएचई एस डी ओ नवल सिंह भूरिया को अवगत कराया था कि कार्य में लगाए जाने वाली सामग्री गुणवंता हिन काली रेती मिट्टी मिली हुई पानी की तरी भी नहीं की गई कई ग्रामीण क्षेत्र दसाई,जोलाना,मोलाना, बोला,बोदली,खाकेडी, एहमद, लाबरिया, इमलीपाड़ा के कचनारिया रसानिया किलौली ,बंसलाई ,नंदलाई आनंद खेड़ी , बीडपाड़ा ,रुणी ,काचरोटिय, चंद्ररगड ,सिन्दुरीया व पुरी तहसील कई गांवों ,मजरो मे जो कार्य किया गया है वह बहुत ही घटिया निर्माण कार्य किया गया है घटिया निर्माण कार्य के लिए पूर्व में कलेक्टर महोदय ने घटिया निर्माण करने वाले ठेकेदारों को जुर्माना भी किया व ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई भी की गई है 15 ठेकेदारों को नोटिस 7,50 लाख का जुर्माना किंतु कलेक्टर महोदय के इतने कड़े आदेशों को भी ठेकेदार व पीएचई विभाग अधिकारियों ने अनदेखा कर क्षेत्र में कई ऐसे घटिया निर्माण कार्य आज भी विद्यमान है जो उच्च अधिकारी क्षेत्र में आकर कार्य की जांच की जावे।यह तो वाटर सेट का कार्य था अब यह अधिकारी की उदासीनता के कारण इन वाटरशेड में पानी देने के लिए बोरवेल करवाए गए उसमें मोटर पाइप वायर आदि सामान गुणवंता हिनडाले गए हैं ग्राम चंद्र गढ़ में ग्रामीणों ने बताया कि जो ट्यूबवेल खोदे गए हैं उसमें मोटर डाली गई ग्रामीण को कहना था कि यहां पानी कम है ऐसे कई गांव में ठेकेदार की मनमानी से ट्यूबवेल में पानी की मोटर उतारी गई वह भी अनुपयोगी साबित हो रही है उच्च अधिकारीयो से इस क्षेत्र के कार्य की पुनः जांच की मांग कर रहे हैं इधर पीएचई विभाग नल जल मिशन के कार्यों की कई खामियों के होने के बावजूद भी विभाग द्वारा हैंड ओवर करने को जल्दी कर रहा है ताकि निर्माण की पोल नहीं खुल सके। ग्रामीण क्षेत्रों में वाटर सेट बनाएं गए जिसकी आज के हालातों में स्थिति ऐसी है।
फोटो कैप्शन -टुटे हुए वाटर युनिट शेड
More Stories
नपाध्यक्ष हेमकुंवर मेवाड़ा ने सौंपे हितग्राहियों को संबल अनुग्रह सहायता राशि के स्वीकृति पत्र
दक्षिण पन्ना वन विभाग का ग्राम विकास में अभिनव प्रयास : सौर ऊर्जा से रोशन हुए 10 गाँव
आष्टा जूनियर त्रिकोणीय सीरीज लेदर बॉल क्रिकेट का हुआ समापन