*मेहगांव की ग्राम पंचायत गोरम से पूर्व सरपंच राजेन्द्र शास्त्री ने भरा फॉर्म*
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मेहगांव विधानसभा के ग्राम पंचायत गोरम से पूर्व सरपंच राजेन्द्र शास्त्री ने अपना नामांकन रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष प्रस्तुत किया है। राजेन्द्र शास्त्री ग्राम पंचायत गोरम से 2010 में सरपंच रह चुके है जिसके बाद 2015 में यह सीट पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षित हो गई थी। पिछड़ा वर्ग से चुने गये सरपंच को चुनाव के बाद ही न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा दे दी। जिसके बाद राजेन्द्र शास्त्री ने ही ग्राम गोरम रहते हुये जनता के बीच उनकी समस्याओं का निराकरण कराया और सरकारी योजनाओं को बेहतर तरीके से क्रियान्वयन कराया। वहीं सौभाग्य से ही गोरम सीट सामान्य के लिये आरक्षित होने से राजेन्द्र शास्त्री एक बार फिर सरपंच पद के लिये खड़े हुये है।
*पहली बार सबसे कम उम्र के सरपंच चुने गए थे शास्त्री, मुख्यमंत्री ने किया था सम्मानित*
जब 2010 में पहली बार राजेन्द्र शास्त्री सरपंच बने थे तब उनकी उम्र 22 वर्ष थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंचायत सम्मेलन के दौरान उन्हें सबसे कम उम्र का सरपंच बनने पर बधाई दी और सम्मानित किया था।
*बेटी के जन्मदिन पर गोरम के शासकीय स्कूल में बनवाई शिशु वाटिका, खुद करते है 200 से भी अधिक पेड़ों की देखरेख*
राजेन्द्र शास्त्री ने तीन वर्ष पूर्व बेटी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में ग्राम गोरम में विशाल वृक्षारोपण एवं शिशु वाटिका का निर्माण कराया था। जिसमे गांव के बच्चे पार्क का आनंद ले और खेल सकें। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि दंदरौआ सरकार के महंत रामदास महाराज, तत्कालीन एडीजी डीपी गुप्ता एवं तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस उपस्थित रहे। जिन्होंने उनकी इस अद्भुत प्रयास की सराहना की। जिसके बाद से ही राजेन्द्र शास्त्री गांव में रहकर पेड़ों को पानी देने से लेकर उनकी देखभाल कर रहे है। वहीँ स्कूल की बाउंड्री वाल का निर्माण सहित गांव के विकास और सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है।
*एक अंधी बेटी का कन्यादान कर विवाह कराया*
राजेन्द्र शास्त्री जिले में समाजसेवा के कार्यों में हमेशा अग्रणी रहते है। एक निर्धन परिवार में अंधी बेटी थी जिसको शास्त्री ने अपनाकर उसका कन्यादान लिया और अपनी बेटी की तरह उसको अपनाया। वहीं राजेन्द्र शास्त्री पेशे से भागवताचार्य है जिसके बाद गांव व क्षेत्र की बदहाल स्तिथि को सुधारने के लिये 2010 में छोटी उम्र में ही चुनावी मैदान में उतर गए थे।
गिरजेश पचोरी पत्रकार मेहगांव मो.9926264754
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